Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा की जीवनी: छोटे गांव से डिजिटल इंडिया के शिखर तक का सफर
Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा की जीवनी : छोटे गांव से डिजिटल इंडिया के शिखर तक का सफर भूमिका विजय शेखर शर्मा की यात्रा किसी "अर्श से फर्श तक" (rags-to-riches) वाली कहानी से कम नहीं है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के एक छोटे से शहर से लेकर भारत के सबसे भरोसेमंद डिजिटल भुगतान प्लेटफार्मों में से एक, Paytm की स्थापना करने तक का उनका सफर साहस और अटूट महत्वाकांक्षा की मिसाल है। आज वह एक अरबपति उद्यमी हैं और इस बात का जीवित उदाहरण हैं कि यदि दृढ़ संकल्प के साथ पीछा किया जाए, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता कहते हैं कि "मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।" यह पंक्तियाँ भारत के डिजिटल भुगतान जगत के क्रांतिकारी नायक विजय शेखर शर्मा पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं। एक ऐसा व्यक्ति जिसके पास कभी खाने के पैसे नहीं थे, जिसने अपनी हिंदी माध्यम की पृष्ठभूमि के कारण तिरस्कार झेला, लेकिन अपनी जिद के दम पर करोड़ों भारतीयों की जेब में 'डिजिटल बटुआ' (Paytm) पहुँचा दिया। आज हम उनके संघर्ष, सफलता और हालिया चुनौति...