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Showing posts from July 22, 2021

बहज (डीग, राजस्थान) उत्खनन: वैदिक काल के भौतिक प्रमाणों की खोज और सरस्वती नदी से जुड़ी एक प्राचीन सभ्यता

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 राजस्थान के डीग जिले के बहज  गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा 10 जनवरी 2024 से लगभग 5 महीने तक खुदाई की गई। क्योंकि बताया गया था पौराणिक आख्यानों के अनुसार यहां श्री कृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध के पुत्र वज्रनाथ ने पुनः एक व्रज नगरी बसाई थी और कई मंदिर और महल बनवाए थे। राजस्थान के डीग जिले के बहज गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीक्षण पुरातत्वविद् विजय गुप्ता के निर्देशन में खुदाई का कार्य किया गया। बहज नामक ये स्थल डीग कस्बे से पांच किलोमीटर दूर है और भरतपुर शहर से 37 किलोमीटर दूर वहीं मथुरा शहर से 23किलोमीटर दूर है। डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन के निष्कर्ष भारतीय पुरातत्व के लिए निश्चित रूप से बहुत महत्वपूर्ण हैं, खासकर वैदिक काल के संदर्भ में।     डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन में 3500 से 1000 ईसा पूर्व की सभ्यता के अवशेष मिले हैं, जिनमें एक महिला का कंकाल, चांदी और तांबे के सिक्के, हड्डी के औजार, अर्ध-कीमती पत्थरों के मनके, शंख की चूड़ियाँ, मिट्टी के बर्तन, 15 यज्ञ कुंड, ब्राह्मी लिपि की मोहरें और शिव-पार्वती की मूर्तियाँ...

नलिनी मालानी(Nalini Malani) भारतीय आर्टिस्ट की जीवनी

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  नलिनी मालानी आर्टिस्ट की जीवनी--Nalini Malani Biography नलिनी  मालानी समकालीन भारती कलाकार हैं इनका जन्म 1946 में कराची पाकिस्तान में हुआ था नलिनी मालानी का परिवार भारत विभाजन के बाद कोलकाता में आकर बस गया कुछ वर्षों बाद इनका परिवार कोलकाता से मुंबई स्थानांतरित हो गया  नालिनी मालानी   ने मुंबई के जे. जे. स्कूल आफ आर्ट से ललित कला में डिप्लोमा प्राप्त किया इसी पढ़ाई के दौरान बीच में वह भूलाभाई मेमोरियल इंस्टिट्यूट मुंबई के स्टूडियो में जाती थी वहां पर वह संगीतकारों से कलाकारों से नृत्य क्यों से और थिएटर के आर्टिस्ट से व्यक्तिगत रूप से मिलती थी और उनके साथ कई कला विधाओं में कार्य भी करती थी। नलिनी  मालानी  ने स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही फोटोग्राफी का प्रशिक्षण लिया साथ में कुछ दिन फिल्म में भी कला संबंधित बारीकियों को जाना नलिनी मालानी   ने को 1970 से 72 के बीच फाइन आर्ट के अध्ययन के लिए फ्रेंच सरकार से से एक स्कॉलरशिप मिली। इसी तरह 1984 से 1989 तक नलिनी मालानी   को भारत की सरकार द्वारा कला फैलोशिप मिला । नलिनी   मालानी  ...