Posts

Showing posts from May 26, 2020

बहज (डीग, राजस्थान) उत्खनन: वैदिक काल के भौतिक प्रमाणों की खोज और सरस्वती नदी से जुड़ी एक प्राचीन सभ्यता

Image
 राजस्थान के डीग जिले के बहज  गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा 10 जनवरी 2024 से लगभग 5 महीने तक खुदाई की गई। क्योंकि बताया गया था पौराणिक आख्यानों के अनुसार यहां श्री कृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध के पुत्र वज्रनाथ ने पुनः एक व्रज नगरी बसाई थी और कई मंदिर और महल बनवाए थे। राजस्थान के डीग जिले के बहज गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीक्षण पुरातत्वविद् विजय गुप्ता के निर्देशन में खुदाई का कार्य किया गया। बहज नामक ये स्थल डीग कस्बे से पांच किलोमीटर दूर है और भरतपुर शहर से 37 किलोमीटर दूर वहीं मथुरा शहर से 23किलोमीटर दूर है। डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन के निष्कर्ष भारतीय पुरातत्व के लिए निश्चित रूप से बहुत महत्वपूर्ण हैं, खासकर वैदिक काल के संदर्भ में।     डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन में 3500 से 1000 ईसा पूर्व की सभ्यता के अवशेष मिले हैं, जिनमें एक महिला का कंकाल, चांदी और तांबे के सिक्के, हड्डी के औजार, अर्ध-कीमती पत्थरों के मनके, शंख की चूड़ियाँ, मिट्टी के बर्तन, 15 यज्ञ कुंड, ब्राह्मी लिपि की मोहरें और शिव-पार्वती की मूर्तियाँ...

महाशिवरात्रि की ब्रत कथा।Mahashivratri Brat Katha

Image
               महाशिवरात्रि की  ब्रत कथा        एक गांव में एक ब्राम्हण और ब्राम्हणी रहते थे उनके एक पुत्र की प्राप्ति हुई जिसका नाम चन्द्रसेन था ,वह लड़का बचपन से नटखट था , उसके उद्दण्डता समय के साथ बढ़ती गई ,वह जब थोड़ा बड़ा हुआ तब पंडित जी ने उसे शिक्षा लेने के लिए गुरुकुल भेज दिया,वह गुरुकुल में भी समय काटता था इधर उधर घूमकर समय व्यतीत करता था,वह घर लौट आया और उसके अंदर अनेक बुराइयां आ गई वह जुआं खेलेने लगा,वह जुए के फड़ पर दांव लगाने के लिए घर से जेवर , गहना चुराकर ले जाने लगा । ये बात पंडित जी को नही मालूम थी और पंडिताइन ने उसके कारनामों में पर्दा डाल रखा था ,उसके गलत कारनामों को वो पंडित जी के सामने नही लातीं थीं ।  एक दिन पंडित जी को रास्ते मे मालूम हुआ कि उसका बेटा चन्द्रसेन जुए में लड़ाई झगड़ा किया है ,पंडित जी ने घर आ कर कह दिया कि चन्द्रसेन को घर मे नहीं घुसने देना है ।     बेटा चन्द्रसेन जुएं में हार जाने के बाद फटेहाल घूम रहा था ,वह कई दिन से भूख से परेशान था ,वह एक दिन महाशवरात्री के दिन मन्...