Posts

Showing posts from May 18, 2020

Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा की जीवनी: छोटे गांव से डिजिटल इंडिया के शिखर तक का सफर

Image
Paytm  के संस्थापक विजय शेखर शर्मा की जीवनी : छोटे गांव से डिजिटल इंडिया के शिखर तक का सफर ​ भूमिका विजय शेखर शर्मा की यात्रा किसी "अर्श से फर्श तक" (rags-to-riches) वाली कहानी से कम नहीं है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के एक छोटे से शहर से लेकर भारत के सबसे भरोसेमंद डिजिटल भुगतान प्लेटफार्मों में से एक,  Paytm  की स्थापना करने तक का उनका सफर साहस और अटूट महत्वाकांक्षा की मिसाल है। आज वह एक अरबपति उद्यमी हैं और इस बात का जीवित उदाहरण हैं कि यदि दृढ़ संकल्प के साथ पीछा किया जाए, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता कहते हैं कि "मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।" यह पंक्तियाँ भारत के डिजिटल भुगतान जगत के क्रांतिकारी नायक विजय शेखर शर्मा पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं। एक ऐसा व्यक्ति जिसके पास कभी खाने के पैसे नहीं थे, जिसने अपनी हिंदी माध्यम की पृष्ठभूमि के कारण तिरस्कार झेला, लेकिन अपनी जिद के दम पर करोड़ों भारतीयों की जेब में 'डिजिटल बटुआ' (Paytm) पहुँचा दिया। आज हम उनके संघर्ष, सफलता और हालिया चुनौति...

अजंता की चित्रकला ..मेरी अजंता यात्रा और उनके गुफाओं के चित्र

  अजंता की यात्रा :: अजंता की चित्रकला अजंता भ्रमण और अजंता की गुफाओं के विश्व प्रसिद्ध चित्र.  सह्याद्रि पर्वतों के उत्तुंग शिखर जो आज भी हरियाली को समेटे है , चारो तरफ पहाड़ ही पहाड़ दिखाई देते है इस मनोरम स्थल को देखते निहारते हुए जब मैं टैक्सी में बैठे बैठे सोंच रहा था इस रमणीक स्थल में 2000 पहले से मौर्य,सातवाहन, वाकाटक ,राष्ट्रकूट जैसे राजवंशों ने अपनी शौर्य  गाथाएं लिखीं ,  मध्य काल में छत्रपति शिवाजी  के पराक्रम और शौर्य की ये वादियां गवाह है ,  एक नाथ तुकाराम और रामदेव जैसे महान संतो के भजन जिनसे समाज में नई चेतना मिली , मेरा मन प्रफुल्लित था इस वीर भूमि और  शांत भूमि में आकर प्रकृति के साथ अठखेलियां खेलते खेलते औरंगाबाद जिले के गांव फरदारपुर में अजंता के पास पहुंचा, टैक्सी वाले ने मुझे एक होटल में पहुँचाया वो बहुत सुविधाजनक तो नही था पर मैंने एक रात बिताने के लिए ठीक ही समझा , अगले दिन हमने एक टैक्सी ली जिसने दो घण्टे के बाद हमे उस तलहटी में पहुँचाया जहां से ऊपर जाना था अजंता गुफ़ा देखने के लिए ,  टैक्सी के ड्राईवर हमे ऊपर तो ले गए पर...