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Showing posts from December 14, 2025

CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण

  CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण भूमिका: क्यों जरूरी है BNSS 2023 की समझ? भारत की आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC), जो दशकों से देश की न्याय प्रणाली की रीढ़ थी, को अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 से प्रतिस्थापित किया गया है। इसके साथ ही भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 ने IPC की जगह ली है। जूनियर डिवीजन कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए यह बदलाव विशेष महत्व रखता है , क्योंकि यहाँ पुलिस कार्यवाही, गिरफ्तारी, जमानत, चार्जशीट, समन, और मुकदमे की सुनवाई जैसे मामलों से जुड़ी प्रक्रियाएं अधिक सक्रिय रूप से सामने आती हैं। 1. पुलिस कार्यवाही और गिरफ्तारी से जुड़े प्रावधान पुरानी CrPC धारा BNSS 2023 धारा विषय मुख्य परिवर्तन 41 35 बिना वारंट गिरफ्तारी 7 वर्ष से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी के लिए सख्त शर्तें 41A 35(2) सूचना जारी करना गिरफ्तारी से पूर्व सूचना आवश्यक 41B 36 गिरफ्तारी की प्रक्रिया गिरफ्तारी में पारदर्शिता बढ़ाई गई 41D 39 वकील से मिलने का अधिकार अधिवक्ता की भूमिका क...

CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण

  CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण भूमिका: क्यों जरूरी है BNSS 2023 की समझ? भारत की आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC), जो दशकों से देश की न्याय प्रणाली की रीढ़ थी, को अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 से प्रतिस्थापित किया गया है। इसके साथ ही भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 ने IPC की जगह ली है। जूनियर डिवीजन कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए यह बदलाव विशेष महत्व रखता है , क्योंकि यहाँ पुलिस कार्यवाही, गिरफ्तारी, जमानत, चार्जशीट, समन, और मुकदमे की सुनवाई जैसे मामलों से जुड़ी प्रक्रियाएं अधिक सक्रिय रूप से सामने आती हैं। 1. पुलिस कार्यवाही और गिरफ्तारी से जुड़े प्रावधान पुरानी CrPC धारा BNSS 2023 धारा विषय मुख्य परिवर्तन 41 35 बिना वारंट गिरफ्तारी 7 वर्ष से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी के लिए सख्त शर्तें 41A 35(2) सूचना जारी करना गिरफ्तारी से पूर्व सूचना आवश्यक 41B 36 गिरफ्तारी की प्रक्रिया गिरफ्तारी में पारदर्शिता बढ़ाई गई 41D 39 वकील से मिलने का अधिकार अधिवक्ता की भूमिका क...

मामला और वारंट मामला क्या है? | CrPC और BNSS 2023 | Judiciary Exam Guide

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 मित्र लोगों आज हम विस्तार से चर्चा करेंगे सम्मन मामला और वारंट मामले के बारे में समन मामला और वारंट मामला: CrPC और BNSS के तहत आसान भाषा में संपूर्ण समझ (मनोज द्विवेदी की लेखनी में – प्रतियोगी कानून छात्रों के लिए) भूमिका जब कोई सामान्य व्यक्ति या कोई प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा कानून का छात्र पहली बार दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) या नई भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) पढ़ता है, तो सबसे पहले दो शब्द उसे उलझन में डालते हैं— समन मामला और वारंट मामला । अक्सर छात्र धाराएँ याद कर लेते हैं, लेकिन यह नहीं समझ पाते कि व्यवहार में इन दोनों का वास्तविक अंतर क्या है। मैं अपने अनुभव से कह सकता हूँ कि यदि यह अंतर एक बार दिमाग में स्पष्ट बैठ जाए, तो CrPC / BNSS का आधा डर अपने आप खत्म हो जाता है। इस लेख में मैं इन्हीं दोनों अवधारणाओं को सरल, व्यावहारिक और परीक्षा-उपयोगी भाषा में समझाने का प्रयास कर रहा हूँ। समन मामला क्या होता है? समन मामला वह आपराधिक मामला होता है जिसमें अपराध की प्रकृति अपेक्षाकृत हल्की मानी जाती है। कानून कहता है कि— जिस अपराध में अधिकतम सजा 2 वर्ष तक हो या केवल...