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Showing posts from April 18, 2025

अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा

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अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अतुल डोडिया का जन्म 1959 में भारत के मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) शहर में हुआ था। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे अतुल का बचपन साधारण किंतु जीवंत माहौल में बीता। उनका परिवार कला से सीधे जुड़ा नहीं था, परंतु रंगों और कल्पनाओं के प्रति उनका आकर्षण बचपन से ही साफ दिखने लगा था। अतुल डोडिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के स्कूलों में पूरी की। किशोरावस्था में ही उनके भीतर एक गहरी कलात्मक चेतना जागृत हुई। उनके चित्रों में स्थानीय जीवन, राजनीति और सामाजिक घटनाओं की झलक मिलती थी। 1975 के दशक में भारत में कला की दुनिया में नया उफान था। युवा अतुल ने भी ठान लिया कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। उन्होंने प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई से1982 में  बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) की डिग्री प्राप्त की। यहाँ उन्होंने अकादमिक कला की बारीकियों को सीखा, वहीं भारतीय और पाश्चात्य कला धाराओं का गहरा अध्ययन भी किया। 1989से1990 के साल में, उन्हें École des Beaux-Arts, पेरिस में भी अध्ययन का अवसर मिला।...

"रामेश्वर बृटा : यथार्थ के कैनवास पर उकेरी गई मानव पीड़ा की चित्रशैली"

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  रामेश्वर बूट्टा – मानव अस्तित्व के चित्रकार परिचय भारतीय समकालीन कला में रामेश्वर बूट्टा एक ऐसा नाम हैं, जिन्होंने केवल रंगों और आकृतियों से चित्र नहीं बनाए, बल्कि मनुष्य की आत्मा और समाज की परछाइयों को कागज़ पर उकेर दिया। वे उन चंद कलाकारों में से हैं जिन्होंने पुरुष शरीर को सामाजिक, राजनीतिक और दार्शनिक दृष्टि से देखने की एक बिल्कुल नई भाषा गढ़ी – जिसे हम “Man Series” के नाम से जानते हैं। आत्मा की तलाश "कला सिर्फ रंगों से नहीं बनती, वह पीड़ा, संघर्ष और आत्मा की गहराई से जन्म लेती है।" — रामेश्वर ब-roota भारत की आधुनिक चित्रकला में कुछ नाम ऐसे हैं जिन्होंने अपनी कला से सिर्फ आंखों को नहीं, बल्कि आत्मा को भी झकझोरा है। रा मेश्वर Broota  ऐसे ही एक महान चित्रकार हैं, जिनकी पेंटिंग्स में शरीर तो दिखता है, लेकिन भीतर आत्मा की कराह सुनाई देती है। 🎨 कौन हैं रामेश्वर Broota? 1941 में दिल्ली में जन्मे  रामेश्वर बूट्टा भारतीय समकालीन कला के सबसे महत्वपूर्ण नामों में से एक हैं। उन्होंने  दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स  से चित्रकला की पढ़ाई की और आगे चलकर वहीं शिक्षक भी बन...