Posts

Showing posts from January 8, 2021

केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण"

"केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण" भूमिका: जब आँकड़े से ज़्यादा भावनाएं बोलती हैं 15 नवंबर 2023 को जब मैंने UPL के 14 शेयर ₹678 प्रति शेयर की दर से खरीदे, तब मन में आशा थी—परिणाम मिला निराशा। दो साल तक घाटा सहना पड़ा, शेयर ₹400 तक गिरा, और धैर्य की परीक्षा होती रही। आरती इंडस्ट्रीज़ में निवेश किया तो ₹735 पर खरीदकर देखते ही देखते शेयर ₹437 तक लुढ़क गया। ₹29,000 का घाटा झेलना आसान नहीं था। सुदर्शन केमिकल भी मेरे भरोसे को नहीं सहेज सका—₹1218 की खरीद, और अप्रैल 2025 तक सिर्फ ₹1081। पर क्या सिर्फ मेरे फैसले गलत थे? या कुछ बड़ा, वैश्विक खेल भी चल रहा था? केमिकल सेक्टर क्यों गिरा? वैश्विक और घरेलू कारणों की पड़ताल 1. चीन की नीतियाँ और वैश्विक डंपिंग का खेल चीन विश्व का सबसे बड़ा केमिकल निर्यातक है। वह सरकार से सब्सिडी लेकर सस्ते में केमिकल बनाता है और फिर उन्हें दुनिया भर के बाजारों में डंप करता है – मतलब लागत से भी कम दाम पर बेचता है। दक्षिण अमेरिका , अफ्रीका , और यूरोप के कई छोटे देशों में उसने भारतीय उत्पादों की मा...

मीरा मुखर्जी आर्टिस्ट की जीवनी

Image
          मीरा मुखर्जी आर्टिस्ट की जीवनी :                       ◆   मीरा मुखर्जी  ◆                          ( 1923-1998) मीरा मुखर्जी एक प्रसिद्ध भारतीय मूर्तिकार और लेखिका थीं। जिन्होंने प्राचीन भारतीय लोककला में आधुनिकता कला का लेप लगाकर एक नवीन शैली को जन्म दिया   इन्होंने जनजातियों के मूर्तिनिर्माण कला "डोकरा" में लास्ट वैक्स पद्धति को मिलाकर अपने स्कल्पचर का निर्माण किया  , ,इन्होंने कांस्य मूर्तियों को भी बनाया  ,भारत सरकार ने इनको कला के नए रूप में योगदान के लिए 1992 में  पदम श्री पुरस्कार से नवाजा।         मीरा मुखर्जी का जन्म 1923 में द्विजेन्द्र मोहन मुखर्जी और मीरापति देवी के  यहाँ  कोलकाता में हुआ था।इन्होंने अपनी प्रारंभिक कला में प्रशिक्षण इंडियन सोसाइटी ऑफ ओरियंटल आर्ट में लिया , शांति निकेतन में ही इनको इंडोनेशिया के प्रसिद्ध पेंटर" एफेडी" के साथ काम करने क...