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Showing posts from January 25, 2021

अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा

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अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अतुल डोडिया का जन्म 1959 में भारत के मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) शहर में हुआ था। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे अतुल का बचपन साधारण किंतु जीवंत माहौल में बीता। उनका परिवार कला से सीधे जुड़ा नहीं था, परंतु रंगों और कल्पनाओं के प्रति उनका आकर्षण बचपन से ही साफ दिखने लगा था। अतुल डोडिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के स्कूलों में पूरी की। किशोरावस्था में ही उनके भीतर एक गहरी कलात्मक चेतना जागृत हुई। उनके चित्रों में स्थानीय जीवन, राजनीति और सामाजिक घटनाओं की झलक मिलती थी। 1975 के दशक में भारत में कला की दुनिया में नया उफान था। युवा अतुल ने भी ठान लिया कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। उन्होंने प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई से1982 में  बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) की डिग्री प्राप्त की। यहाँ उन्होंने अकादमिक कला की बारीकियों को सीखा, वहीं भारतीय और पाश्चात्य कला धाराओं का गहरा अध्ययन भी किया। 1989से1990 के साल में, उन्हें École des Beaux-Arts, पेरिस में भी अध्ययन का अवसर मिला।...

OMR का full form क्या होता है

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OMR का full form क्या होता है OMR का क्या मतलब होता है । OMR का full form क्या होता है OMR का full फॉर्म है ---optical mark rcognition ओ.एम.आर. का full form है-ऑप्टिकल मार्क रकॉग्निशन 0MR को ऑप्टिकल मार्क रीडर ,Optical Mark Reader भी कहते हैं. OMR   तकनीक का उपयोग तब होता है जब हम  विभिन्न सूचनाओं को एकत्र करने में विकल्पों के प्रयोग करते है। इसमें कागज में विकल्प के सामने के खाने में निशान न लगाकर सही विकल्प के समाने के गोले को काला करना पड़ता है।  किसी एक विकल्प के सही होने पर उस खाली गोले (circle)को ब्लैक रंग से ठीक प्रकार से रंगते है कि गोले का कुछ भी भाग बचा न रह पाए। OMR तकनीक का प्रयोग बैंकिंग क्षेत्र में ,बीमा कंपनियों में विभिन्न एप्लीकेशन को भरने के लिए ,सर्वे एजेंसियों में, परीक्षाओं का संचालन करने वाली एजेंसियां तथा परीक्षा आयोग द्वारा होता है ,फीडबैक प्राप्त करने कंपनियां OMR सीट का प्रयोग करतीं है ,इनमे उत्तर दाता को तीन विकल्पों में एक विकल्प का चयन करना पड़ता है। OMR का क्या तात्पर्य होता है---  विभिन्न ऑफिस में दस्तावेजो (documents)को एकत्र रखने में...

हनुमान बजरंग बाण (Hanuman Bajrang Baan)

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 मंगलवार और शनिवार को यदि आप हनुमान बजरंग बाण पढ़तें है तो आपके सारे कार्य निष्कण्टक पूर्ण होते हैं ,सारी बाधाएँ समाप्त होने लगतीं है ,इसलिए बजरंग बाण का पाठ हर व्यक्ति को करना चाहिए,क्योंकि  हनुमान जी संकटमोंचक हैं।   हनुमान बजरंग बाण (Hanuman Bajrang Baan) दोहा निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान।। चौपाई जय हनुमन्त सन्त हितकारी। सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी।। जन के काज विलम्ब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै।। जैसे कूदि सिन्धु वहि पारा। सुरसा बदन पैठि विस्तारा।। आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुर लोका।। जाय विभीषण को सुख दीन्हा। सीता निरखि परम पद लीन्हा।। बाग उजारि सिन्धु मंह बोरा। अति आतुर यम कातर तोरा।। अक्षय कुमार को मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा।। लाह समान लंक जरि गई। जै जै धुनि सुर पुर में भई।। अब विलंब केहि कारण स्वामी। कृपा करहु प्रभु अन्तर्यामी।। जय जय लक्ष्मण प्राण के दाता। आतुर होई दुख करहु निपाता।। जै गिरधर जै जै सुख सागर। सुर समूह समरथ भट नागर।। ॐ हनु-हनु-हनु हनुमंत हठीले। वैरहिं मारू बज्र सम कीलै।। गदा बज्र त...