Posts

Showing posts from April 8, 2020

CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण

  CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण भूमिका: क्यों जरूरी है BNSS 2023 की समझ? भारत की आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC), जो दशकों से देश की न्याय प्रणाली की रीढ़ थी, को अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 से प्रतिस्थापित किया गया है। इसके साथ ही भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 ने IPC की जगह ली है। जूनियर डिवीजन कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए यह बदलाव विशेष महत्व रखता है , क्योंकि यहाँ पुलिस कार्यवाही, गिरफ्तारी, जमानत, चार्जशीट, समन, और मुकदमे की सुनवाई जैसे मामलों से जुड़ी प्रक्रियाएं अधिक सक्रिय रूप से सामने आती हैं। 1. पुलिस कार्यवाही और गिरफ्तारी से जुड़े प्रावधान पुरानी CrPC धारा BNSS 2023 धारा विषय मुख्य परिवर्तन 41 35 बिना वारंट गिरफ्तारी 7 वर्ष से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी के लिए सख्त शर्तें 41A 35(2) सूचना जारी करना गिरफ्तारी से पूर्व सूचना आवश्यक 41B 36 गिरफ्तारी की प्रक्रिया गिरफ्तारी में पारदर्शिता बढ़ाई गई 41D 39 वकील से मिलने का अधिकार अधिवक्ता की भूमिका क...

Full form of ED

E D का full form क्या होता है ? ED का हिंदी में पूरा नाम क्या है। E D का full form-- Directorate General of Economic Enforce ment                     या  आर्थिक प्रवर्तन महानिदेशक - -  इस संस्थान की  स्थापना एक मई 1956 को आर्थिक कार्य विभाग में प्रवर्तन इकाई के रूप में की गई  थी ।   1957  में इस संस्थान का नाम बदलकर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate ) कर दिया गया। ,यह विधि प्रवर्तन और आर्थिक आसूचना एजेंसी है जो भारत में आर्थिक कानून लागू करने और आर्थिक अपराध रोकने के लिए गठित की गई है।      इस संगठन में भारतीय राजस्व सेवा,भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी होते हैं।       इस समय ये मुख्यता दो मुख्य अधिनियम जो वित्त  से संबंधित अपराध को नियंत्रित करते है ये हैं--     विदेश विनिमय प्रबंधन अधिनियम 1999 FEMA और धन आशोधन निवारण अधिनियम 2002 (PMLA) 

CISF का full form क्या है

CISF का full form है--- Central Indusrial security force  सी आई एस एफ की स्थापना 1869 में हुई थी। इसकी स्थापना भारत के मुख्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों और हवाई अड्डों की  रक्षा के लिए संगठित किया गया।        यह परमाणु ऊर्जा संयंत्रो ,उर्वरक संस्थानों ,इस्पात संयंत्रों ,ताप बिजली घर , पन बिजली घर,भारतीय टकसाल, दिल्ली मेट्रो सहित अन्य देश के मेट्रो की सुरक्षा,अब तो प्राइवेट संस्थान  सहकारी संस्थान  शुल्क देकर  CISFकी सुरक्षा ले सकते हैं।    2009 से CISF इंफोसिस बेंगलरू और इनफ़ोसिस मैसूर  की सुरक्षा ,और रिलायन्स की  रिफाइनरी  जो जामनगर  में है की सुरक्षा की जिम्मेदारी CISF ही निभा रहा है।      CISF गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है, वैश्वीकरण के कारण नए प्रतिष्ठानों के बनने और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी के कारण चार दशकों के बाद आज इसके कुल कार्मिको की संख्या एक लाख पचपन हजार तक हो गई है।