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Showing posts from June 13, 2019

CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण

  CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण भूमिका: क्यों जरूरी है BNSS 2023 की समझ? भारत की आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC), जो दशकों से देश की न्याय प्रणाली की रीढ़ थी, को अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 से प्रतिस्थापित किया गया है। इसके साथ ही भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 ने IPC की जगह ली है। जूनियर डिवीजन कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए यह बदलाव विशेष महत्व रखता है , क्योंकि यहाँ पुलिस कार्यवाही, गिरफ्तारी, जमानत, चार्जशीट, समन, और मुकदमे की सुनवाई जैसे मामलों से जुड़ी प्रक्रियाएं अधिक सक्रिय रूप से सामने आती हैं। 1. पुलिस कार्यवाही और गिरफ्तारी से जुड़े प्रावधान पुरानी CrPC धारा BNSS 2023 धारा विषय मुख्य परिवर्तन 41 35 बिना वारंट गिरफ्तारी 7 वर्ष से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी के लिए सख्त शर्तें 41A 35(2) सूचना जारी करना गिरफ्तारी से पूर्व सूचना आवश्यक 41B 36 गिरफ्तारी की प्रक्रिया गिरफ्तारी में पारदर्शिता बढ़ाई गई 41D 39 वकील से मिलने का अधिकार अधिवक्ता की भूमिका क...

स्वामी विवेकानंद: जीवन, विचार और भारत पर उनका प्रभाव

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          स्वामी विवेकानंद स्वामी विवेकानंद: जीवन, विचार और भारत पर उनका प्रभाव "एक रास्ता खोजें। उस पर विचार करें, उस विचार को अपना जीवन बना लें, उसके बारे में सोचें, उसका सपना देखें, उस विचार को जियें। मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों यानी अपने शरीर के प्रत्येक भाग को उस विचार से भर दें और किसी अन्य विचार को जगह मत दें। सफलता का यही रास्ता है।" – स्वामी विवेकानंद परिचय: स्वामी विवेकानंद कौन थे? स्वामी विवेकानंद भारतीय संस्कृति, दर्शन और हिंदू धर्म के एक महान प्रचारक थे। उन्होंने भारतीय समाज में आत्मसम्मान और जागरूकता लाने के लिए अथक प्रयास किए। उनके विचार केवल धर्म तक सीमित नहीं थे, बल्कि वे समाज सुधार, शिक्षा और राष्ट्रीयता को भी समर्पित थे। स्वामी विवेकानंद का प्रारंभिक जीवन जन्म: 12 जनवरी 1863, कोलकाता (तत्कालीन कलकत्ता) असली नाम: नरेंद्रनाथ दत्त माता-पिता: विश्वनाथ दत्त (एक वकील) और भुवनेश्वरी देवी बाल्यकाल से ही तर्कशीलता और गहरी सोचने की प्रवृत्ति रामकृष्ण परमहंस से मुलाकात और आध्यात्मिक मार्गदर्शन स्वामी विवेकानंद का जीवन तब ...