Posts

Showing posts from June 1, 2021

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की जीवनी हिंदी में Dheerendra Krishna Shastri Biography Hindi me

Image
  Dheerendra Krishna Shastri का नाम  सन 2023 में तब भारत मे और पूरे विश्व मे विख्यात हुआ जब  धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा नागपुर में कथावाचन का कार्यक्रम हो रहा था इस दौरान महाराष्ट्र की एक संस्था अंध श्रद्धा उन्मूलन समिति के श्याम मानव उनके द्वारा किये जाने वाले चमत्कारों को अंधविश्वास बताया और उनके कार्यो को समाज मे अंधविश्वास बढ़ाने का आरोप लगाया। लोग धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बागेश्वर धाम सरकार के नाम से भी संबोधित करते हैं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की चमत्कारी शक्तियों के कारण लोंगो के बीच ये बात प्रचलित है कि बाबा धीरेंद्र शास्त्री हनुमान जी के अवतार हैं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बचपन (Childhood of Dhirendra Shastri)  धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म मध्यप्रदेश के जिले छतरपुर के ग्राम गढ़ा में 4 जुलाई 1996 में हिन्दु  सरयूपारीण ब्राम्हण परिवार  में हुआ था , इनका गोत्र गर्ग है और ये सरयूपारीण ब्राम्हण है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पिता का नाम रामकृपाल गर्ग है व माता का नाम सरोज गर्ग है जो एक गृहणी है।धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के एक छोटा भाई भी है व एक छोटी बहन भी है।छोटे भाई का न

SSC का full form क्या है|

Image
SSC का full form क्या है| SSC की तैयारी कैसे करें-- आज हम  सरकारी नौकरी देने वाली संस्था SSC के बारे में चर्चा करेंगे। जो किसी न किसी कारण से स्टूडेंट के बीच ट्रेंड करती रहती है।  मीडिया में सुर्खियों में बनी रहती है क्योंकि देश भर के कई विभाग की भर्ती एक साथ एक ही एग्जाम कन्डक्ट  करती है।  आज का होनहार युवा इंटरमीडिएट  की परीक्षा या 12th पास करने के बाद सरकारी नौकरी के लिए रूख़ करता है , सरकारी नौकरी के ऐशो आराम और सामाजिक इज़्ज़त के कारण वह जल्द उसकी तरफ़ आकर्षित ( attract ) हो जाता है। और सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए वह कोचिंग संस्थानों में प्रवेश लेता है जिससे वह उस पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझ सके और अभ्यास कर सके जो विभिन्न एग्जाम में आता है, वह इसके लिए जी तोड़ तैयारी करता है ,क्योंकि सरकारी नौकरी में दस हज़ार प्रतिस्पर्धी में सिर्फ एक सफल हो पाता है।   अब सरकारी नौकरी भी दो प्रकार की होती हैं एक केंद्र सरकार के विभिन्न विभाग के कर्मचारी और दूसरे अलग अलग प्रदेशों के कर्मचारी ।  इसमें लेबोरियस स्टूडेंट केन्द्रीय सेवा में जाना अधिक पसंद करते हैं क्योंकि सरकारी नौकरी में केंद्रीय नौकरी