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Showing posts from June 3, 2021

केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण"

"केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण" भूमिका: जब आँकड़े से ज़्यादा भावनाएं बोलती हैं 15 नवंबर 2023 को जब मैंने UPL के 14 शेयर ₹678 प्रति शेयर की दर से खरीदे, तब मन में आशा थी—परिणाम मिला निराशा। दो साल तक घाटा सहना पड़ा, शेयर ₹400 तक गिरा, और धैर्य की परीक्षा होती रही। आरती इंडस्ट्रीज़ में निवेश किया तो ₹735 पर खरीदकर देखते ही देखते शेयर ₹437 तक लुढ़क गया। ₹29,000 का घाटा झेलना आसान नहीं था। सुदर्शन केमिकल भी मेरे भरोसे को नहीं सहेज सका—₹1218 की खरीद, और अप्रैल 2025 तक सिर्फ ₹1081। पर क्या सिर्फ मेरे फैसले गलत थे? या कुछ बड़ा, वैश्विक खेल भी चल रहा था? केमिकल सेक्टर क्यों गिरा? वैश्विक और घरेलू कारणों की पड़ताल 1. चीन की नीतियाँ और वैश्विक डंपिंग का खेल चीन विश्व का सबसे बड़ा केमिकल निर्यातक है। वह सरकार से सब्सिडी लेकर सस्ते में केमिकल बनाता है और फिर उन्हें दुनिया भर के बाजारों में डंप करता है – मतलब लागत से भी कम दाम पर बेचता है। दक्षिण अमेरिका , अफ्रीका , और यूरोप के कई छोटे देशों में उसने भारतीय उत्पादों की मा...

शंखों चौधरी मूर्तिकार की जीवनी|Shankho Chaudhari Sculpture Biography

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 शंखों चौधरी मूर्तिकार की जीवनी ShankhoChaudhari Biography शंखो चौधरी मूर्तिकार की जीवनी  (25 फरवरी 1916 - 28 अगस्त 2006) जन्म --शंखों चौधरी का जन्म 25 फरवरी 1916 को संथाल परगना  बिहार में हुआ था। मृत्यु- -28 अगस्त 2006 को नई दिल्ली में (शंखों चौधरी)     शंखों चौधरी    एक भारतीय मूर्तिकार थे, जो भारत के कला परिदृश्य में एक प्रसिद्ध व्यक्ति थे।  (यद्यपि  उनका वास्तविक में उनका नाम नर नारायण रखा गया था, वे अपने घरेलू-नाम शंखो से अधिक व्यापक रूप से जाने जाते थे।    आपने  प्रसिद्ध मूर्तिकार राम किंकर बैज से  शिक्षा ग्रहण की। जिससे वह पेरिस में मिला था।  करियर और योगदान शंखो चौधरी ने 1949 से 1970 तक बड़ौदा विश्वविद्यालय के मूर्तिकला विभाग के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इसके बाद, 1980 में, वे तंजानिया के दार एस सलाम विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में नियुक्त हुए। उन्होंने ललित कला अकादमी, नई दिल्ली के अध्यक्ष के रूप में भी अपनी सेवाएँ दीं और 1976 में गढ़ी कार्यशाला की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  कल...