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Showing posts from August 25, 2019

केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण"

"केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण" भूमिका: जब आँकड़े से ज़्यादा भावनाएं बोलती हैं 15 नवंबर 2023 को जब मैंने UPL के 14 शेयर ₹678 प्रति शेयर की दर से खरीदे, तब मन में आशा थी—परिणाम मिला निराशा। दो साल तक घाटा सहना पड़ा, शेयर ₹400 तक गिरा, और धैर्य की परीक्षा होती रही। आरती इंडस्ट्रीज़ में निवेश किया तो ₹735 पर खरीदकर देखते ही देखते शेयर ₹437 तक लुढ़क गया। ₹29,000 का घाटा झेलना आसान नहीं था। सुदर्शन केमिकल भी मेरे भरोसे को नहीं सहेज सका—₹1218 की खरीद, और अप्रैल 2025 तक सिर्फ ₹1081। पर क्या सिर्फ मेरे फैसले गलत थे? या कुछ बड़ा, वैश्विक खेल भी चल रहा था? केमिकल सेक्टर क्यों गिरा? वैश्विक और घरेलू कारणों की पड़ताल 1. चीन की नीतियाँ और वैश्विक डंपिंग का खेल चीन विश्व का सबसे बड़ा केमिकल निर्यातक है। वह सरकार से सब्सिडी लेकर सस्ते में केमिकल बनाता है और फिर उन्हें दुनिया भर के बाजारों में डंप करता है – मतलब लागत से भी कम दाम पर बेचता है। दक्षिण अमेरिका , अफ्रीका , और यूरोप के कई छोटे देशों में उसने भारतीय उत्पादों की मा...

Arun Jaitly|अरुण जेटली| Biography

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          Arun Jaitly|अरुण जेटली|Biography             राष्ट्रीय राजनीति के एक पुरोधा,प्रखर वक्ता,सफल अधिवक्ता, कुशल संगठनकर्ता ,पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली जी का निधन 24 अगस्त 2019 को एम्स नई दिल्ली में हृदय गति रुक जाने से हो गया वो 66 साल के थे और लंबे अर्से से बीमार चल रहे थे ,अरुण जेटली तबियत 9 अगस्त  सुबह ; नाश्ते  के  बाद  अचानक खराब हो गई  उन्हें  साँस  लेने  में  तकलीफ़  बढ़ गई  , इसके बाद  उन्हें  एम्स  नई  दिल्ली में कार्डियक न्यूरो सेंटर  के आई सी यू में भर्ती करवाया गया और उन्हें  वेंटीलेटर  में  रखा गया ,डॉक्टरों  ने  उन्हें 14 अगस्त  को  ट्रैकियोस्टोमी  करके वेंटीलेटर से बहार निकाला गया , तब उनके श्वसन में ज्यादा दिक्कत  आ गई उनके फेफड़ों में पानी भर जाने के  कारण  संक्रमण हो गया ,हालात लगातार बिगड़ती गई  और 24 अगस्त  दोपहर  को उन्होंने शरीर त्याग दिया ।  ...