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Showing posts from April 7, 2025

अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा

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अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अतुल डोडिया का जन्म 1959 में भारत के मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) शहर में हुआ था। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे अतुल का बचपन साधारण किंतु जीवंत माहौल में बीता। उनका परिवार कला से सीधे जुड़ा नहीं था, परंतु रंगों और कल्पनाओं के प्रति उनका आकर्षण बचपन से ही साफ दिखने लगा था। अतुल डोडिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के स्कूलों में पूरी की। किशोरावस्था में ही उनके भीतर एक गहरी कलात्मक चेतना जागृत हुई। उनके चित्रों में स्थानीय जीवन, राजनीति और सामाजिक घटनाओं की झलक मिलती थी। 1975 के दशक में भारत में कला की दुनिया में नया उफान था। युवा अतुल ने भी ठान लिया कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। उन्होंने प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई से1982 में  बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) की डिग्री प्राप्त की। यहाँ उन्होंने अकादमिक कला की बारीकियों को सीखा, वहीं भारतीय और पाश्चात्य कला धाराओं का गहरा अध्ययन भी किया। 1989से1990 के साल में, उन्हें École des Beaux-Arts, पेरिस में भी अध्ययन का अवसर मिला।...

मकबूल फिदा हुसैन: भारतीय कला के अनमोल रत्न

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  मकबूल फिदा हुसैन: भारतीय कला के अनमोल रत्न परिचय: भारतीय कला का महान चेहरा मकबूल फिदा हुसैन, जिन्हें आमतौर पर एम.एफ. हुसैन के नाम से जाना जाता है, भारतीय कला के सबसे चर्चित और प्रभावशाली चित्रकारों में से एक थे। उनका जन्म 17 सितंबर 1915 को महाराष्ट्र के पंढरपुर में हुआ था। उन्होंने कला की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई और भारतीय आधुनिक चित्रकला को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके चित्रों की शैली, विषय-वस्तु और रंगों का संयोजन इतना अनोखा था कि वे विश्वभर में पहचाने जाने लगे। उनका जीवन संघर्षों, विवादों और उत्कृष्ट कलात्मक उपलब्धियों से भरा रहा। संघर्षों भरा प्रारंभिक जीवन एम.एफ. हुसैन का बचपन मुश्किलों भरा था। जब वे छोटे थे, तब उनकी मां का देहांत हो गया, और उनका पालन-पोषण उनके पिता और दादी ने किया। बचपन से ही उन्हें चित्रकारी का शौक था, लेकिन औपचारिक शिक्षा के अभाव में उन्होंने अपने हुनर को खुद ही निखारा। उन्होंने इंदौर के एक मदरसे में पढ़ाई की, लेकिन उनके मन में कला के प्रति इतनी गहरी रुचि थी कि वे इसे ही अपना जीवन बना लेना चाहते थे। आगे चलक...

IITian Baba: कल्कि अवतार या भ्रमित बुद्धिजीवी?

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 बिलकुल, नीचे आपके दिए गए विचारों के आधार पर एक विश्लेषणात्मक और संतुलित ब्लॉग लेख तैयार किया गया है। यह लेख न केवल IITian Baba के उदय और व्यवहार को समझने का प्रयास करता है, बल्कि उनके कार्यों के पीछे संभावित मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक कारणों की पड़ताल भी करता है। 🧠📿 IITian Baba: विज्ञान, अध्यात्म और भ्रम के बीच एक यात्रा 🔺 महाकुंभ में अचानक उठी एक लहर महाकुंभ जैसे आस्था और आध्यात्म से भरे आयोजन में जब किसी युवा को हज़ारों की भीड़ सम्मान देने लगे, तब स्वाभाविक है कि जिज्ञासा जागे — कौन है ये IITian Baba? एक ऐसा व्यक्ति जिसने देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक IIT से M.Tech किया, और अब साधु के वस्त्रों में दिखाई दे रहा है, वो भी किसी प्राचीन तपस्वी की भांति नहीं, बल्कि विज्ञान और अध्यात्म के एक अद्भुत मेल की बात करते हुए। ⚗️🕉️ एक नई सोच की उम्मीद जब इन्होंने पहली बार मंच से अपने विचार रखे, तो लगा मानो कोई नया विवेकानंद , कोई आधुनिक ओशो , जन्म ले रहा है — जो वेदों की गहराई को आधुनिक विज्ञान की रोशनी में परख रहा हो। इनके तर्कों में तार्किकता थी, शब्दों में प्...

क्या अमराबाद टाइगर रिज़र्व उजड़ रहा है? तेंदुओं के नाम पर जंगल का विनाश और पर्यावरणीय संकट

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🌿 क्या अमराबाद टाइगर रिज़र्व उजड़ रहा  है? तेंदुओं के नाम पर जंगल का विनाश और  पर्यावरणीय संकट Is Amrabad Tiger Reserve being  destroyed? Forest destruction and  environmental crisis in the name of  leopards लेखक: मनोज द्विवेदी श्रेणी: पर्यावरण संरक्षण | अप्रैल 2025 ✳️ परिचय: भारत का गुप्त हरा खज़ाना – अमराबाद टाइगर रिज़र्व अमराबाद टाइगर रिज़र्व, तेलंगाना राज्य नागरकुरनूल और नलगोंडा जिलों में स्थित नल्लमाला पर्वत श्रृंखला में स्थित एक विशाल और समृद्ध जैवविविधता से युक्त जंगल है, यह लगभग 2,611.4 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिससे यह भारत के सबसे बड़े टाइगर रिज़र्व में से एक है।  जो हैदराबाद से मात्र 140 किमी की दूरी पर फैला हुआ है। यह भारत के सबसे बड़े टाइगर रिज़र्व में से एक है और यहाँ आदिवासी जनजीवन, गहरे वन, दुर्लभ बाघ, तेंदुए, भालू, पक्षी, औषधीय पौधे और नदियाँ — सब एक पारिस्थितिक ताने-बाने में जुड़े हैं। इस रिज़र्व में समृद्ध जैव विविधता पाई जाती है, जिसमें कई स्थानिक प्रजातियाँ शामिल हैं। यहाँ पाए जाने वाले प्रमुख स्तनधारियों में बाघ, ...

ज्योति भट्ट की जीवनी – एक महान प्रिंटमेकर और समकालीन भारतीय कलाकार।Jyoti Bhatt Printmaker Artist ki Jivani

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  ज्योति भट्ट की जीवनी – एक महान प्रिंटमेकर और समकालीन भारतीय कलाकार (हिंदी ब्लॉग लेख – परीक्षापयोगी तथ्यों सहित) प्रस्तावना: भारतीय समकालीन कला की दुनिया में ज्योति भट्ट (Jyoti Bhatt) एक ऐसा नाम है, जिन्होंने प्रिंटमेकिंग (Printmaking), पेंटिंग और फोटोग्राफी के क्षेत्र में अपनी गहरी छाप छोड़ी है। वे न केवल एक कुशल कलाकार रहे हैं, बल्कि भारतीय लोककलाओं और परंपराओं के संवाहक के रूप में भी जाने जाते हैं। इस लेख में हम उनके जीवन, शिक्षा, कला शैली, प्रमुख कृतियाँ, पुरस्कार और उनके योगदान की विस्तार से चर्चा करेंगे। 🧑‍🎨 ज्योति भट्ट का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा पूरा नाम: ज्योति भाई शंकर भाई भट्ट जन्म तिथि: 12 मार्च 1934 जन्म स्थान: भरूच, गुजरात, भारत राष्ट्रीयता: भारतीय पिता का नाम: शंकरभाई भट्ट ज्योति भट्ट का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। कला के प्रति रुचि उन्हें बचपन से ही थी। उन्होंने अपने रचनात्मक जीवन की शुरुआत गुजरात में की, लेकिन आगे चलकर उन्होंने भारत के साथ-साथ विदेशों में भी कला का गहन अध्ययन किया। 🎓 शैक्षणिक पृष्ठभूमि: संस्थान का नाम ...