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Showing posts from October 24, 2021

बहज (डीग, राजस्थान) उत्खनन: वैदिक काल के भौतिक प्रमाणों की खोज और सरस्वती नदी से जुड़ी एक प्राचीन सभ्यता

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 राजस्थान के डीग जिले के बहज  गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा 10 जनवरी 2024 से लगभग 5 महीने तक खुदाई की गई। क्योंकि बताया गया था पौराणिक आख्यानों के अनुसार यहां श्री कृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध के पुत्र वज्रनाथ ने पुनः एक व्रज नगरी बसाई थी और कई मंदिर और महल बनवाए थे। राजस्थान के डीग जिले के बहज गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीक्षण पुरातत्वविद् विजय गुप्ता के निर्देशन में खुदाई का कार्य किया गया। बहज नामक ये स्थल डीग कस्बे से पांच किलोमीटर दूर है और भरतपुर शहर से 37 किलोमीटर दूर वहीं मथुरा शहर से 23किलोमीटर दूर है। डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन के निष्कर्ष भारतीय पुरातत्व के लिए निश्चित रूप से बहुत महत्वपूर्ण हैं, खासकर वैदिक काल के संदर्भ में।     डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन में 3500 से 1000 ईसा पूर्व की सभ्यता के अवशेष मिले हैं, जिनमें एक महिला का कंकाल, चांदी और तांबे के सिक्के, हड्डी के औजार, अर्ध-कीमती पत्थरों के मनके, शंख की चूड़ियाँ, मिट्टी के बर्तन, 15 यज्ञ कुंड, ब्राह्मी लिपि की मोहरें और शिव-पार्वती की मूर्तियाँ...

Shashwat Nkrani शाश्वत नकरानी की Biography

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 23 साल की उम्र में ज्यादातर  नवयुवक ग्रेजुएशन करने के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन करने लगते हैं पर कुछ नवजवान अपने दम और जज्बे से कुछ नया करके अपनी पहचान कायम करते हैं उनमें एक नया चमकता सितारा 2021 में दिख रहा है उसका नाम है  शाश्वत नकरानी। भारत पे का यूनिकॉर्न बनने के बाद  शाश्वत नकरानी की संपति 1700 करोङ रुपये हो गई है। शाश्वत नकरानी की  बायोग्राफी और स्टोरी - -  शाश्वत नकरानी का जन्म भावनगर गुजरात में 1998 में हुआ था ।वह बचपन से पढ़ने में होशियार थे  और बचपन से ही कुछ नया  निर्माण  करने में  प्रयत्नशील रहते थे।   उन्होंने  अपने काबिलियत  और मेहनत से 2015 में IIT दिल्ली में  प्रवेश प्राप्त करने में सफ़लता अर्जित की। उन्होंने टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी ब्रांच से IIT दिल्ली में पढ़ाई प्रारम्भ की।पर वह पढ़ाई के साथ कुछ नया करना चाहते थे। उन्होंने देखा  और महसूस किया कि हर दुकान में कस्टमर से पेमेंट लेने के लिए अलग अलग कंपनी जैसे PAY TM ,गूगल पे, फ़ोन पे, अमोजोंन पे आदि के QR कोड लगाए जाते है ,जिस कस्टमर के पास जो ऐप है उसी से...