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Showing posts from March 15, 2025

अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा

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अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अतुल डोडिया का जन्म 1959 में भारत के मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) शहर में हुआ था। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे अतुल का बचपन साधारण किंतु जीवंत माहौल में बीता। उनका परिवार कला से सीधे जुड़ा नहीं था, परंतु रंगों और कल्पनाओं के प्रति उनका आकर्षण बचपन से ही साफ दिखने लगा था। अतुल डोडिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के स्कूलों में पूरी की। किशोरावस्था में ही उनके भीतर एक गहरी कलात्मक चेतना जागृत हुई। उनके चित्रों में स्थानीय जीवन, राजनीति और सामाजिक घटनाओं की झलक मिलती थी। 1975 के दशक में भारत में कला की दुनिया में नया उफान था। युवा अतुल ने भी ठान लिया कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। उन्होंने प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई से1982 में  बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) की डिग्री प्राप्त की। यहाँ उन्होंने अकादमिक कला की बारीकियों को सीखा, वहीं भारतीय और पाश्चात्य कला धाराओं का गहरा अध्ययन भी किया। 1989से1990 के साल में, उन्हें École des Beaux-Arts, पेरिस में भी अध्ययन का अवसर मिला।...

सेक्शन 452आईपीसी घर में घुसकर मारना।PC 452 Ki jankari hindi me।

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 अधिकतर सामान्य मामलों में जब लड़ाई झगड़ा होता है तो सामान्यतः पुलिस के आने पर वह दोनों झगड़ा करने वाले पक्षों पर शांति भंग की कार्यवाही करके बंद कर देती है ,इस स्थिति में SDM/डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस के यहां से जमानत मिल जाती है ,उस व्यक्ति को बॉन्ड भरवाकर छोड़ देती है परंतु यदि लड़ाई झगड़ा दो पड़ोसियों या अन्य दो पार्टियों में होता है तब हाथा पाई में 323  सेक्शन के तहत कार्यवाही होती है।परंतु जब कोई दोनों पक्षों में से एक किसी दूसरे के घर में बाकायदा पूरी तैयारी से हमला करने के नियत से घर में घुसता है उस पर हमला करता है या उसको बंधक बनाता है उसका रास्ता रोकता है तब 452 आईपीसी के तहत पीड़ित fir दर्ज करवाता है।चलिए जानते हैं सेक्शन 452आईपीसी क्या है BNS में इस सेक्शन में क्या बदलाव किया गया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 452 (IPC Section 452) – जबरन घुसपैठ और हमला धारा 452 का विवरण: भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 452 उन मामलों से संबंधित है जहां कोई व्यक्ति: ग़ैरक़ानूनी रूप से किसी के घर या अन्य परिसरों में प्रवेश करता है या वहां मौजूद रहता है। इस उद्देश्य से कि वह कोई अप...

अरुण गोविल की जीवनी हिंदी में।Arun Govil Ramayan ke ram ki Biography

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  अरुण गोविल की जीवनी: रामायण के अमर राम।Arun Govil Ramayan ke Ram ki biography अरुण गोविल प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अरुण गोविल का जन्म 12 जनवरी 1958 को मेरठ, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनका पूरा नाम अरुण गोविल है। उनके पिता  चंद्रप्रकाश गोविल एक सरकारी कर्मचारी थे और उन्होंने अपने बचपन का अधिकांश समय उत्तर प्रदेश में बिताया। अरुण गोविल आठ भाई बहनों में चौथे नंबर के थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा मेरठ में हुई और उन्होंने विज्ञान में स्नातक (B.Sc.) की डिग्री प्राप्त की। फिल्मी करियर की शुरुआत अरुण गोविल को बचपन से ही अभिनय में रुचि थी।वह  अपने स्कूल में  होने  वाले विभिन्न नाटकों में हिस्सा लेते थे   स्नातक के बाद, वे मुंबई चले गए और अभिनय में करियर बनाने का निर्णय लिया। उनके बड़े भाई विजय गोविल ने फिल्म और टीवी की मशहूर एक्टर तबस्सुम से शादी की थी।यानी अरुण गोविल की भाभी तबस्सुम हैं,और अरुण गोविल को तब्बसुम ने सूरज बड़जात्या से मिलवाया था  तब उनको पहली बार पहली फिल्म में एक्टिंग का मौका मिला।बाद में रामानंद सागर से मुलाकात के बाद उन्हें टीवी में प्रसा...

अमिताभ बच्चन: जीवन परिचय और फ़िल्मी सफर।Amitabh Bacchan Biography

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  अमिताभ बच्चन: जीवन परिचय और फ़िल्मी सफर अमिताभ बच्चन हिन्दी सिनेमा के वो मिल के पत्थर हैं जिन्होंने चार पीढ़ियों तक अपनी पहचान मुक्कमल की है , उन्हें  फिल्मों का शहनशाह कहते हैं ,जिन्होंने सिने जगत में अपनी  आवाज एक्टिंग के बल पर अपनी खनक कायम रखी ,वह ऐसे कलाकार है जो देश की सीमा से बाहर ग्लोबल पहचान रखते है अफ्रीका एशिया यूरोप ईरान इराक इंडोनेशिया  जापान तक दर्शकों के बीच पहचान आज भी बनाए है  सत्तर के दशक में क्रांतिकारी एंग्री यंगमैन से पहचान बनाई , तो कॉमेडी इमोशनल ,सामाजिक राजनीतिक,अध्यापक ,गायक ,अधिकारी ,वकील  जैसे पॉजिटिव रोल भी किए तो कई फिल्मों में  गुंडा ,हत्यारा,लुटेरा, जैसे नेगेटिव किरदार भी किए पर हर भूमिका में अपनी छाप छोड़ी। आज भी बयासी साल के बाद एक्टिव है। वह फिल्मों में तो दो साल ने एक बार दिखते हैं पर टीवी के किसी भी चैनल के किसी भी कार्यक्रम में जब एड दिखने लगती है तो हर तीसरी एड में अमिताभ कुछ न कुछ बेचते दिखते हैं । इसलिए उन्हें आज चार साल का बच्चा भी अमिताभ  ग्रांड बाबा कहता है टीवी देखते समय। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अमि...