Posts

Showing posts from April 3, 2025

शेयर बाजार में ओपन इंटरेस्ट (OI) क्या है? इसे समझें इंट्राडे ट्रेडिंग के संकेतों के साथ

Image
  – शेयर बाजार में ओपन इंटरेस्ट (OI) क्या है? इसे समझें इंट्राडे ट्रेडिंग के संकेतों के साथ   प्रश्न : क्या ओपन इंटरेस्ट (OI) डेटा से किसी स्टॉक में इंट्राडे खरीदारी का सटीक संकेत उसी दिन सुबह या एक दिन पहले मिल सकता है? उत्तर है : हाँ, लेकिन कुछ शर्तों और विश्लेषण के साथ। 🔍 OI से इंट्राडे में संकेत कैसे मिलते हैं? ओपन इंटरेस्ट का उपयोग इंट्राडे ट्रेडिंग में सपोर्ट-रेजिस्टेंस, ब्रेकआउट, और ट्रेडर सेंटिमेंट को पकड़ने के लिए किया जाता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं: 📈 1. OI और प्राइस मूवमेंट का संयोजन Price OI Interpretation भाव बढ़े बढ़े नया पैसा आ रहा है, ट्रेंड मजबूत Bullish संकेत घटे बढ़े शॉर्ट बिल्ड-अप हो रहा है Bearish संकेत बढ़े घटे शॉर्ट कवरिंग हो रही है Bullish लेकिन अल्पकालिक घटे घटे लॉन्ग अनवाइंडिंग हो रही है Bearish लेकिन अल्पकालिक उदाहरण: अगर किसी स्टॉक में प्री-मार्केट या पहले 15 मिनट में तेजी है और साथ में OI बढ़ रहा है , तो इसका अर्थ है कि ट्रेडर नई लॉन्ग पोजिशन बना रहे हैं – इंट्राडे बाय का संकेत। ⏰ 2. OI का डे...

अनिरुद्धाचार्य जी महाराज कथावाचक की जीवनी।Biography of Anirudhhacharya ji maharaj

Image
  अनिरुद्धाचार्य जी महाराज कथावाचक की जीवनी।Biography of Anirudhhacharya ji maharaj   डॉ. अनिरुद्धाचार्य जी महाराज, जिन्हें दास अनिरुद्ध के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध भारतीय आध्यात्मिक गुरु, कथावाचक और समाजसेवी हैं। उनका जन्म 27 सितंबर 1989 को मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के रिनवाझा गाँव में हुआ था। उनके पिता, अवधेशानंद गिरि, स्वयं एक भागवताचार्य थे, जिन्होंने अनिरुद्ध जी के आध्यात्मिक झुकाव को प्रारंभ से ही प्रोत्साहित किया। बचपन से ही अनिरुद्धाचार्य जी का झुकाव धर्म और आध्यात्म की ओर था। वे नियमित रूप से गाँव के श्री राधा कृष्ण मंदिर में जाकर ठाकुर जी की सेवा और पूजा में संलग्न रहते थे। गौ माता के प्रति उनकी विशेष श्रद्धा थी; वे गायों की सेवा करना और उनके साथ समय बिताना अत्यंत पसंद करते थे। गाय चराने के दौरान वे श्रीमद्भगवद्गीता और श्री हनुमान चालीसा का पाठ करते और अपने सहपाठियों को भी सुनाते थे। इन धार्मिक ग्रंथों के प्रति उनकी रुचि और समर्पण ने उन्हें आगे चलकर श्रीधाम वृंदावन में वेद, पुराण और शास्त्रों का गहन अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया। वृंदावन में, उन्होंने...