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Showing posts from April 4, 2025

अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा

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अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अतुल डोडिया का जन्म 1959 में भारत के मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) शहर में हुआ था। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे अतुल का बचपन साधारण किंतु जीवंत माहौल में बीता। उनका परिवार कला से सीधे जुड़ा नहीं था, परंतु रंगों और कल्पनाओं के प्रति उनका आकर्षण बचपन से ही साफ दिखने लगा था। अतुल डोडिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के स्कूलों में पूरी की। किशोरावस्था में ही उनके भीतर एक गहरी कलात्मक चेतना जागृत हुई। उनके चित्रों में स्थानीय जीवन, राजनीति और सामाजिक घटनाओं की झलक मिलती थी। 1975 के दशक में भारत में कला की दुनिया में नया उफान था। युवा अतुल ने भी ठान लिया कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। उन्होंने प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई से1982 में  बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) की डिग्री प्राप्त की। यहाँ उन्होंने अकादमिक कला की बारीकियों को सीखा, वहीं भारतीय और पाश्चात्य कला धाराओं का गहरा अध्ययन भी किया। 1989से1990 के साल में, उन्हें École des Beaux-Arts, पेरिस में भी अध्ययन का अवसर मिला।...

पिलू पोचखानावाला Pilu Pochkhanawala।आधुनिक भारतीय मूर्तिकला की अग्रणी कलाकार

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पिलू पोचखानावाला: आधुनिक भारतीय मूर्तिकला की अग्रणी कलाकार  of  Modern Indian Sculpture Pilu Pochkhanawala: Leading Artist पीलू पोचखानावाला (1923-1986) भारत की पहली महिला मूर्तिकारों में से एक थीं, जिन्होंने आधुनिक भारतीय मूर्तिकला में महत्वपूर्ण योगदान दिया।  इन्होंने मूर्तिकला में अपना परचम तब फैलाया जब इस क्षेत्र में सिर्फ पुरुष मूर्तिकारों का दब दबा था। उनका जन्म 1 अप्रैल 1923 को बॉम्बे (अब मुंबई) में एक पारसी परिवार में हुआ था। उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और उन्होंने प्रारंभ में विज्ञापन उद्योग में काम करना शुरू किया।  हालांकि, परंतु एक बार उन्हें  सन् 1951 में यूरोप की  यात्रा अपने  व्यापार के सिलसिले के दौरान, उन्होंने विभिन्न संग्रहालयों और आधुनिक मूर्तिकारों के कार्यों को देखा, जिससे वे मूर्तिकला की ओर आकर्षित हुईं। वहां उन्होंने विभिन्न मूर्तिकारों के  कार्यों का बृहद कलेक्शन देखा,उन पर ब्रिटिश मूर्तिकार हेनरी मूर का प्रभाव पड़ा।      पोचखानावाला ने मूर्तिकला की तकनीकों में औपचा...