Posts

Showing posts from March 5, 2020

बहज (डीग, राजस्थान) उत्खनन: वैदिक काल के भौतिक प्रमाणों की खोज और सरस्वती नदी से जुड़ी एक प्राचीन सभ्यता

Image
 राजस्थान के डीग जिले के बहज  गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा 10 जनवरी 2024 से लगभग 5 महीने तक खुदाई की गई। क्योंकि बताया गया था पौराणिक आख्यानों के अनुसार यहां श्री कृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध के पुत्र वज्रनाथ ने पुनः एक व्रज नगरी बसाई थी और कई मंदिर और महल बनवाए थे। राजस्थान के डीग जिले के बहज गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीक्षण पुरातत्वविद् विजय गुप्ता के निर्देशन में खुदाई का कार्य किया गया। बहज नामक ये स्थल डीग कस्बे से पांच किलोमीटर दूर है और भरतपुर शहर से 37 किलोमीटर दूर वहीं मथुरा शहर से 23किलोमीटर दूर है। डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन के निष्कर्ष भारतीय पुरातत्व के लिए निश्चित रूप से बहुत महत्वपूर्ण हैं, खासकर वैदिक काल के संदर्भ में।     डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन में 3500 से 1000 ईसा पूर्व की सभ्यता के अवशेष मिले हैं, जिनमें एक महिला का कंकाल, चांदी और तांबे के सिक्के, हड्डी के औजार, अर्ध-कीमती पत्थरों के मनके, शंख की चूड़ियाँ, मिट्टी के बर्तन, 15 यज्ञ कुंड, ब्राह्मी लिपि की मोहरें और शिव-पार्वती की मूर्तियाँ...

पुनुरुत्थान कालीन (Renaissance) फ्लोरेन्स के चित्रकार ,मासाच्चीयो,फ्रा एंजेलिको, बोत्तीचेल्ली

Image
 पुनरुत्थान  कालीन  (Renaissance)  में फ्लोरेन्स के कलाकार मासच्चिओ, फ्रा एंजेलिको, पाउलो उच्चेलो। Florens ke artist Fra Enjeliko ,Paulo Uchhelo,Sandro Botticheli) पंद्रहवीं शती की फ्लोरेंस की कला प्राकृतिकता वाद की ओर अग्रसर हो गई  ,इसका सूत्रपात जियोत्तो द्वारा किया गया , आगे  यह विचारधारा दो भागों में बट गई एक मनोवैज्ञानिक दूसरी भौतिकी ,द्वितीय भाग की कला में तीन बातों पर बल दिया गया ,1-परिप्रेक्ष्य का अध्ययन2-शरीर का स्थिर व गतिपूर्ण  स्थितियों का अध्ययन 3-जड़ और चेतन वस्तुओं के तथ्यों की विवरणात्मकता।  पुनरुथान शैली की चित्रकला का आरम्भकर्ता मासाच्चीयो था । मासाच्चिओ--- (Masaccio 1401-28) अर्ली रेनेसॉ का सर्वश्रेष्ठ कलाकार  यह इटली के फ्लोरेंस नगर का प्रथम उल्लेखनीय चित्रकार भी कहलाता है। अर्ली रेनेसॉ का सर्वश्रेष्ठ कलाकार  माना जाता है। मसाच्चीयो का जन्म 1401 में हुआ था, इसकी प्रारंभिक शिक्षा कहाँ हुई ये ज्ञात नहीं है,यह जियोत्तो और ब्रूनेलेसी की कला से बहुत प्रभावित था। मासाच्चीयो ने ज्योत्तियो की कला प्रवृत्तियों में ज्य...