Posts

Showing posts from February 8, 2020

अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा

Image
अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अतुल डोडिया का जन्म 1959 में भारत के मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) शहर में हुआ था। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे अतुल का बचपन साधारण किंतु जीवंत माहौल में बीता। उनका परिवार कला से सीधे जुड़ा नहीं था, परंतु रंगों और कल्पनाओं के प्रति उनका आकर्षण बचपन से ही साफ दिखने लगा था। अतुल डोडिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के स्कूलों में पूरी की। किशोरावस्था में ही उनके भीतर एक गहरी कलात्मक चेतना जागृत हुई। उनके चित्रों में स्थानीय जीवन, राजनीति और सामाजिक घटनाओं की झलक मिलती थी। 1975 के दशक में भारत में कला की दुनिया में नया उफान था। युवा अतुल ने भी ठान लिया कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। उन्होंने प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई से1982 में  बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) की डिग्री प्राप्त की। यहाँ उन्होंने अकादमिक कला की बारीकियों को सीखा, वहीं भारतीय और पाश्चात्य कला धाराओं का गहरा अध्ययन भी किया। 1989से1990 के साल में, उन्हें École des Beaux-Arts, पेरिस में भी अध्ययन का अवसर मिला।...

औरंगजेब के पवेलियन और बादशाही बाग़

Image
औरंगजेब की पवेलियन व बदशाहीबाग       ये ऐतिहासिक स्थल कानपुर उत्तर प्रदेश के बगल में सटे फतेहपुर जनपद में है , ये स्थल खजुआ नामक एक छोटे से क़स्बे में है ,इस क़स्बे की स्थिति मुग़ल रोड में है ,मुग़ल रोड आगरा से  आज के प्रयागराज या  इलाहाबाद (allahabaad) तक है, इतिहास में नज़र दौड़ाएं तो शाहजहाँ के समय ये एक सराय स्थल था ,यहां पर सेनाएं जब आगरा से चलतीं थी तो यहीं आकर  विश्राम करतीं थी , लश्कर के साथ घोड़े , हांथी होते थे जो यहां चारा और पानी के लिए रुकते थे ,पास में ही सैनिकों के रहने,ठहरने  के लिए, रुकने के लिए एक किले के अंदर कई कमरे बने हैं ।     ये किलेनुमा परिसर के अंदर बन्द संरचनाएँ है जब आप मुग़ल रोड से इस क़स्बे में प्रवेश करते है तो दोनों तरफ चारमीनार जैसे दो ऊँचे विशाल दरवाजे मिलते है ,जो किले के प्रवेश द्वार थे। इस समय ये बिल्डिंग जीर्ण शीर्ण हो रही है ,पुरातत्व विभाग ने संरक्षण का कार्य लगातार किया है और अब भी जारी है इसलिए ये धरोहर अभी भी दिख रही है।     इतिहास में नजऱ दौड़ाएं तो ये खजुआ स्थल का नाम भी आपको मिलता है ,जब...