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Showing posts from February 12, 2021

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की जीवनी हिंदी में Dheerendra Krishna Shastri Biography Hindi me

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  Dheerendra Krishna Shastri का नाम  सन 2023 में तब भारत मे और पूरे विश्व मे विख्यात हुआ जब  धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा नागपुर में कथावाचन का कार्यक्रम हो रहा था इस दौरान महाराष्ट्र की एक संस्था अंध श्रद्धा उन्मूलन समिति के श्याम मानव उनके द्वारा किये जाने वाले चमत्कारों को अंधविश्वास बताया और उनके कार्यो को समाज मे अंधविश्वास बढ़ाने का आरोप लगाया। लोग धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बागेश्वर धाम सरकार के नाम से भी संबोधित करते हैं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की चमत्कारी शक्तियों के कारण लोंगो के बीच ये बात प्रचलित है कि बाबा धीरेंद्र शास्त्री हनुमान जी के अवतार हैं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बचपन (Childhood of Dhirendra Shastri)  धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म मध्यप्रदेश के जिले छतरपुर के ग्राम गढ़ा में 4 जुलाई 1996 में हिन्दु  सरयूपारीण ब्राम्हण परिवार  में हुआ था , इनका गोत्र गर्ग है और ये सरयूपारीण ब्राम्हण है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पिता का नाम रामकृपाल गर्ग है व माता का नाम सरोज गर्ग है जो एक गृहणी है।धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के एक छोटा भाई भी है व एक छोटी बहन भी है।छोटे भाई का न

हड़प्पा या सैन्धव संस्कृति: सम्पूर्ण तथ्य में 100 facts

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हड़प्पा सभ्यता या सैन्धव के सम्पूर्ण तथ्य ----- आज हम पूरी हड़प्पा सभ्यता   को बिंदुवार, तथ्यों से समझने की कोशिश करतें हैं। हड़प्पा संस्कृति का नामकरण हड़प्पा स्थल के कारण हुआ है क्योंकि इस जगह से अत्यधिक पुरातत्व सामग्री प्राप्त हुई है हड़प्पा युगीन कांस्य युगीन सभ्यता है। हड़प्पा सभ्यता का पूरा क्षेत्रफल 1,22,99,600 वर्ग किलोमीटर है। हड़प्पा सभ्यता त्रिभुज के आकार की है। हड़प्पा सभ्यता के अंतर्गत पंजाब सिंधु ,बलूचिस्तान,अफगानिस्तान,कश्मीर,राजस्थान ,गुजरात ,हरियाणा और पश्चिम उत्तरप्रदेश के भाग आते हैं। रेडियो कार्बन विधि से हड़प्पा सभ्यता की तिथि2300-1750 ईसा पूर्व माना जाता है। इस सभ्यता का विकसित काल 2500 से 2200 ईसा पूर्व माना जाता है। सबसे पहले जान मार्शल महोदय ने हड़प्पा सभ्यता को सिंधु सभ्यता का नाम दिया । विद्वान के अनुसार इस सभ्यता के निर्माण में सुमेरियन सभ्यता के लोगों ने योगदान दिया। मार्टिमन व्हीलर के अनुसार हड़प्पा सभ्यता की प्रेरणा मेसोपोटामिया से प्राप्त हुई। अमलानंद घोष के अनुसार हड़प्पा सभ्यता के विकास में स्थानीय सोथी संस्कृति का योगदान था। राखाल दास बनर्जी के अनुसार इस सभ्यता