Posts

Showing posts from August 25, 2021

अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा

Image
अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अतुल डोडिया का जन्म 1959 में भारत के मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) शहर में हुआ था। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे अतुल का बचपन साधारण किंतु जीवंत माहौल में बीता। उनका परिवार कला से सीधे जुड़ा नहीं था, परंतु रंगों और कल्पनाओं के प्रति उनका आकर्षण बचपन से ही साफ दिखने लगा था। अतुल डोडिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के स्कूलों में पूरी की। किशोरावस्था में ही उनके भीतर एक गहरी कलात्मक चेतना जागृत हुई। उनके चित्रों में स्थानीय जीवन, राजनीति और सामाजिक घटनाओं की झलक मिलती थी। 1975 के दशक में भारत में कला की दुनिया में नया उफान था। युवा अतुल ने भी ठान लिया कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। उन्होंने प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई से1982 में  बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) की डिग्री प्राप्त की। यहाँ उन्होंने अकादमिक कला की बारीकियों को सीखा, वहीं भारतीय और पाश्चात्य कला धाराओं का गहरा अध्ययन भी किया। 1989से1990 के साल में, उन्हें École des Beaux-Arts, पेरिस में भी अध्ययन का अवसर मिला।...

विनोद बिहारी मुखर्जी एक भित्ति चित्रकार।Vinod Bihari Mukherji ki jivani

Image
  विनोद बिहारी मुखर्जी एक भित्ति चित्रकार की जीवनी :   विनोद  बिहारी मुखर्जी (7 फरवरी 1904 -11 नवंबर 1980) पश्चिम बंगाल राज्य के एक भारतीय कलाकार थे।  मुखर्जी भारतीय आधुनिक कला के अग्रदूतों में से एक थे और प्रासंगिक आधुनिकतावाद के एक प्रमुख व्यक्ति थे।      वह आधुनिक भारत के शुरुआती कलाकारों में से एक थे जिन्होंने कलात्मक अभिव्यक्ति की एक विधा के रूप में भित्ति चित्रों को अपनाया।       उनके सभी भित्ति चित्र वास्तुकला की अग्रणी बारीकियों के माध्यम से पर्यावरण की सूक्ष्म समझ को दर्शाते हैं। :विनोद बिहारी मुखर्जी:   विनोद बिहारी मुखर्जी भारत के आधुनिकअब्राहम लिंकन की जीवनी हिंदी में अग्रदूत कलाकारों में एक थे,वह आधुनिक भारत के प्रारंभिक कलाकारों में एक थे ,उन्होंने अपनी कलात्मक अभिव्यक्ति के रूप में भित्ति चित्रण को अपनाया।       जन्म - - विनोद बिहारी मुखर्जी का जन्म पश्चिम बंगाल में 7 फरवरी 1904 बहला नामक स्थान पर हुआ था,उनका पैतृक गांव हुगली जिले के गरालगच्छ गांव में हुआ था।       मुखर्जी का ...