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Showing posts from August 25, 2021

बहज (डीग, राजस्थान) उत्खनन: वैदिक काल के भौतिक प्रमाणों की खोज और सरस्वती नदी से जुड़ी एक प्राचीन सभ्यता

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 राजस्थान के डीग जिले के बहज  गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा 10 जनवरी 2024 से लगभग 5 महीने तक खुदाई की गई। क्योंकि बताया गया था पौराणिक आख्यानों के अनुसार यहां श्री कृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध के पुत्र वज्रनाथ ने पुनः एक व्रज नगरी बसाई थी और कई मंदिर और महल बनवाए थे। राजस्थान के डीग जिले के बहज गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीक्षण पुरातत्वविद् विजय गुप्ता के निर्देशन में खुदाई का कार्य किया गया। बहज नामक ये स्थल डीग कस्बे से पांच किलोमीटर दूर है और भरतपुर शहर से 37 किलोमीटर दूर वहीं मथुरा शहर से 23किलोमीटर दूर है। डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन के निष्कर्ष भारतीय पुरातत्व के लिए निश्चित रूप से बहुत महत्वपूर्ण हैं, खासकर वैदिक काल के संदर्भ में।     डीग जिले के बहज गांव में हुए उत्खनन में 3500 से 1000 ईसा पूर्व की सभ्यता के अवशेष मिले हैं, जिनमें एक महिला का कंकाल, चांदी और तांबे के सिक्के, हड्डी के औजार, अर्ध-कीमती पत्थरों के मनके, शंख की चूड़ियाँ, मिट्टी के बर्तन, 15 यज्ञ कुंड, ब्राह्मी लिपि की मोहरें और शिव-पार्वती की मूर्तियाँ...

विनोद बिहारी मुखर्जी एक भित्ति चित्रकार।Vinod Bihari Mukherji ki jivani

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  विनोद बिहारी मुखर्जी एक भित्ति चित्रकार की जीवनी :   विनोद  बिहारी मुखर्जी (7 फरवरी 1904 -11 नवंबर 1980) पश्चिम बंगाल राज्य के एक भारतीय कलाकार थे।  मुखर्जी भारतीय आधुनिक कला के अग्रदूतों में से एक थे और प्रासंगिक आधुनिकतावाद के एक प्रमुख व्यक्ति थे।      वह आधुनिक भारत के शुरुआती कलाकारों में से एक थे जिन्होंने कलात्मक अभिव्यक्ति की एक विधा के रूप में भित्ति चित्रों को अपनाया।       उनके सभी भित्ति चित्र वास्तुकला की अग्रणी बारीकियों के माध्यम से पर्यावरण की सूक्ष्म समझ को दर्शाते हैं। :विनोद बिहारी मुखर्जी:   विनोद बिहारी मुखर्जी भारत के आधुनिकअब्राहम लिंकन की जीवनी हिंदी में अग्रदूत कलाकारों में एक थे,वह आधुनिक भारत के प्रारंभिक कलाकारों में एक थे ,उन्होंने अपनी कलात्मक अभिव्यक्ति के रूप में भित्ति चित्रण को अपनाया।       जन्म - - विनोद बिहारी मुखर्जी का जन्म पश्चिम बंगाल में 7 फरवरी 1904 बहला नामक स्थान पर हुआ था,उनका पैतृक गांव हुगली जिले के गरालगच्छ गांव में हुआ था।       मुखर्जी का ...