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Showing posts from April 15, 2025

केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण"

"केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण" भूमिका: जब आँकड़े से ज़्यादा भावनाएं बोलती हैं 15 नवंबर 2023 को जब मैंने UPL के 14 शेयर ₹678 प्रति शेयर की दर से खरीदे, तब मन में आशा थी—परिणाम मिला निराशा। दो साल तक घाटा सहना पड़ा, शेयर ₹400 तक गिरा, और धैर्य की परीक्षा होती रही। आरती इंडस्ट्रीज़ में निवेश किया तो ₹735 पर खरीदकर देखते ही देखते शेयर ₹437 तक लुढ़क गया। ₹29,000 का घाटा झेलना आसान नहीं था। सुदर्शन केमिकल भी मेरे भरोसे को नहीं सहेज सका—₹1218 की खरीद, और अप्रैल 2025 तक सिर्फ ₹1081। पर क्या सिर्फ मेरे फैसले गलत थे? या कुछ बड़ा, वैश्विक खेल भी चल रहा था? केमिकल सेक्टर क्यों गिरा? वैश्विक और घरेलू कारणों की पड़ताल 1. चीन की नीतियाँ और वैश्विक डंपिंग का खेल चीन विश्व का सबसे बड़ा केमिकल निर्यातक है। वह सरकार से सब्सिडी लेकर सस्ते में केमिकल बनाता है और फिर उन्हें दुनिया भर के बाजारों में डंप करता है – मतलब लागत से भी कम दाम पर बेचता है। दक्षिण अमेरिका , अफ्रीका , और यूरोप के कई छोटे देशों में उसने भारतीय उत्पादों की मा...

सद्गुरु की जीवनी: एक आधुनिक योगी की प्रेरणादायक कहानी | Sadhguru Biography in Hindi

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🌟 सद्गुरु की जीवनी: एक आधुनिक योगी  की आत्मकथा प्रस्तावना क्या आपने कभी सोचा है कि एक आधुनिक युवा, जो जंगलों में घूमना पसंद करता हो, जो मोटरसाइकिलों का दीवाना हो और जिसे अंग्रेज़ी साहित्य पढ़ना भाता हो—वही व्यक्ति एक दिन करोड़ों लोगों का आध्यात्मिक गुरु बन जाएगा? हम बात कर रहे हैं जग्गी वासुदेव , जिन्हें आज दुनिया "सद्गुरु" के नाम से जानती है। यह लेख न केवल सद्गुरु के जीवन की झलकियाँ प्रस्तुत करता है, बल्कि उनके दर्शन, सामाजिक योगदान और वैश्विक प्रभाव को भी आपके सामने लाता है। सद्गुरु का ध्यान करते हुए चित्र 1. प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि जन्म: 3 सितंबर 1957 स्थान: मैसूर, कर्नाटक पूरा नाम: जगदीश वासुदेव पिता: डॉ. वासुदेव (भारतीय रेलवे के चिकित्सक) माता: श्रीमती सुशीला (गृहिणी) जग्गी का बचपन पारंपरिक और स्वतंत्रता से भरा हुआ था। वे बचपन से ही प्रकृति के करीब थे। जब दूसरे बच्चे खिलौनों में उलझे रहते थे, तब जग्गी साँपों और जंगलों में समय बिताते थे। उन्होंने कभी किसी विचारधारा को आँख मूंदकर स्वीकार नहीं किया। जिज्ञासा उनकी सबसे बड़ी विशेषता थी। 2. शिक्षा और ...