Posts

Showing posts from April 9, 2025

अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा

Image
अतुल डोडिया: भारतीय समकालीन कला का एक चमकता सितारा प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अतुल डोडिया का जन्म 1959 में भारत के मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) शहर में हुआ था। एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे अतुल का बचपन साधारण किंतु जीवंत माहौल में बीता। उनका परिवार कला से सीधे जुड़ा नहीं था, परंतु रंगों और कल्पनाओं के प्रति उनका आकर्षण बचपन से ही साफ दिखने लगा था। अतुल डोडिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के स्कूलों में पूरी की। किशोरावस्था में ही उनके भीतर एक गहरी कलात्मक चेतना जागृत हुई। उनके चित्रों में स्थानीय जीवन, राजनीति और सामाजिक घटनाओं की झलक मिलती थी। 1975 के दशक में भारत में कला की दुनिया में नया उफान था। युवा अतुल ने भी ठान लिया कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। उन्होंने प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई से1982 में  बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) की डिग्री प्राप्त की। यहाँ उन्होंने अकादमिक कला की बारीकियों को सीखा, वहीं भारतीय और पाश्चात्य कला धाराओं का गहरा अध्ययन भी किया। 1989से1990 के साल में, उन्हें École des Beaux-Arts, पेरिस में भी अध्ययन का अवसर मिला।...

क्या अलग-अलग प्रजातियों के जीव आपस में गुण बाँट सकते हैं? — एक विज्ञान विद्यार्थी की खोज यात्रा

Image
  🌿 क्या अलग-अलग प्रजातियों के जीव आपस में गुण बाँट सकते हैं? — एक विज्ञान विद्यार्थी की खोज यात्रा लेखक: एक विज्ञान-प्रेमी विद्यार्थी 🧬 बायोडायवर्सिटी (Biodiversity) क्या है? बायोडायवर्सिटी का मतलब है किसी क्षेत्र में पाए जाने वाले सभी प्रकार के जीव-जंतु, पेड़-पौधे, सूक्ष्मजीव और उनके पारस्परिक संबंध। यह जैव विविधता किसी क्षेत्र की प्राकृतिक स्थिरता (Ecological Stability) और जीवों के विकासक्रम (Evolutionary Progress) की गहराई को दर्शाती है। उदाहरण के लिए: एक जंगल में बाघ, तेंदुआ, बंदर, तोता, कौआ, साँप, पेड़, झाड़ियाँ — सभी मिलकर एक जैविक नेटवर्क बनाते हैं। 🧠 हर नस्ल का जीव अलग कैसे होता है? हर जीव की नस्ल (species) अपने डीएनए (DNA) के आधार पर अलग होती है। भले ही वे एक जैसे दिखें या एक ही जगह रहते हों, लेकिन: उनके प्रजनन की क्षमता अलग होती है व्यवहारिक पैटर्न अलग होता है भोजन और जीवनशैली अलग होती है 🔬 वैज्ञानिक भाषा में: "Species वे जीव होते हैं जो आपस में प्रजनन कर सकें और अगली पीढ़ी को जन्म दे सकें।" 🔄 क्रमिक विकास (Evolution) और...

ब्रॉक जेफरी पियर्स: 16 की उम्र में एक्टिंग छोड़ी, फिर संघर्ष कर बना 944 करोड़ का क्रिप्टो किंग

Image
  ब्रॉक जेफरी पियर्स: 16 की उम्र में एक्टिंग  छोड़ी, फिर संघर्ष कर बना 944 करोड़ का  क्रिप्टो किंग "जिंदगी का असली मजा तब है जब आप अपनी सीमाओं को चुनौती दें और अपनी नई पहचान खुद गढ़ें।" – ब्रॉक जेफरी पियर्स एक चाइल्ड स्टार की चमकदार शुरुआत ब्रॉक जेफरी पियर्स का जन्म 1977 में अमेरिका के मिनेसोटा में हुआ। उन्होंने महज़ 11 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत टीवी कमर्शियल्स से की। जल्द ही उन्हें हॉलीवुड की चर्चित फ़िल्म द माइटी डक्स (The Mighty Ducks) में बाल कलाकार के रूप में एक प्रमुख भूमिका मिली। उनके अभिनय को काफी सराहना मिली और वे इस फ्रेंचाइज़ी की अगली फिल्मों में भी नजर आए। इसके बाद उन्होंने लिटिल बिग लीग , प्रॉब्लम चाइल्ड 3 , थ्री विशेज और द राइड जैसी फिल्मों में काम किया। उनकी आखिरी फिल्म द राइड साल 1997 में रिलीज़ हुई थी, जब वे मात्र 16 साल के थे। इसके बाद उन्होंने चुपचाप एक्टिंग से संन्यास ले लिया और शिक्षा पर ध्यान देने का फैसला किया। सपनों से नहीं, संघर्ष से बनती है पहचान जहां ज्यादातर चाइल्ड आर्टिस्ट्स की चमक वक्त के साथ फीकी पड़ जाती है, वहीं ब्र...