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Showing posts from June 8, 2019

केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण"

"केमिकल सेक्टर में निवेश की पीड़ा और संभावना: एक निवेशक की सीख और वैश्विक विश्लेषण" भूमिका: जब आँकड़े से ज़्यादा भावनाएं बोलती हैं 15 नवंबर 2023 को जब मैंने UPL के 14 शेयर ₹678 प्रति शेयर की दर से खरीदे, तब मन में आशा थी—परिणाम मिला निराशा। दो साल तक घाटा सहना पड़ा, शेयर ₹400 तक गिरा, और धैर्य की परीक्षा होती रही। आरती इंडस्ट्रीज़ में निवेश किया तो ₹735 पर खरीदकर देखते ही देखते शेयर ₹437 तक लुढ़क गया। ₹29,000 का घाटा झेलना आसान नहीं था। सुदर्शन केमिकल भी मेरे भरोसे को नहीं सहेज सका—₹1218 की खरीद, और अप्रैल 2025 तक सिर्फ ₹1081। पर क्या सिर्फ मेरे फैसले गलत थे? या कुछ बड़ा, वैश्विक खेल भी चल रहा था? केमिकल सेक्टर क्यों गिरा? वैश्विक और घरेलू कारणों की पड़ताल 1. चीन की नीतियाँ और वैश्विक डंपिंग का खेल चीन विश्व का सबसे बड़ा केमिकल निर्यातक है। वह सरकार से सब्सिडी लेकर सस्ते में केमिकल बनाता है और फिर उन्हें दुनिया भर के बाजारों में डंप करता है – मतलब लागत से भी कम दाम पर बेचता है। दक्षिण अमेरिका , अफ्रीका , और यूरोप के कई छोटे देशों में उसने भारतीय उत्पादों की मा...

Dayanand Sarasvati Biography। दयानंद सरस्वती की जीवनी और आर्यसमाज

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             : महर्षि दयानंद सरस्वती की जीवनी: दयानंद सरस्वती का जीवन--    हिन्दू धर्म मे व्याप्त बुराइयां 19वीं सदी के ब्रिटिश भारत मे दिखाईं देती थीं, इन्ही बुराइयों को बताकर ईसाई मिशनरियों ने धर्मांतरण का जरिया बना रखा था,इस बीच हिन्दू समाज मे सुधार के लिए स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना 1875 में बम्बई ने की थी,ये आंदोलन उस समय के अन्य समाज आंदोलनों से ज्यादा लोकप्रिय और भिन्न था।                 दयानंद सरस्वती   जी का जन्म 1824 में गुजरात के काठियावाड़ के मौरवी राज्य के औदिच्य ब्राम्हण परिवार में  महाशिवरात्रि के दिन  हुआ था, इनके पूर्वज लगभग एक हजार साल पूर्व मूलराज सोलंकी नामक गुजरात नरेश के शासन काल में उदीच् (उत्तर) दिशा से आकर गुजरात में बसे थे,उदीच् दिशा से आने के कारण इन ब्राम्हणो को औदिच्य कहा जाता है , इनकी माता का नाम अमृतबेन(अमूबा) था,कहीं कहीं माता का नाम यशोदा भी बताया जाता है ,इनके पिता वेदों के विद्वान और उन्होंने ही उनको वैदिक वांग्मय तथा न्याय दर...