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Showing posts from March 28, 2025

CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण

  CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण भूमिका: क्यों जरूरी है BNSS 2023 की समझ? भारत की आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC), जो दशकों से देश की न्याय प्रणाली की रीढ़ थी, को अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 से प्रतिस्थापित किया गया है। इसके साथ ही भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 ने IPC की जगह ली है। जूनियर डिवीजन कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए यह बदलाव विशेष महत्व रखता है , क्योंकि यहाँ पुलिस कार्यवाही, गिरफ्तारी, जमानत, चार्जशीट, समन, और मुकदमे की सुनवाई जैसे मामलों से जुड़ी प्रक्रियाएं अधिक सक्रिय रूप से सामने आती हैं। 1. पुलिस कार्यवाही और गिरफ्तारी से जुड़े प्रावधान पुरानी CrPC धारा BNSS 2023 धारा विषय मुख्य परिवर्तन 41 35 बिना वारंट गिरफ्तारी 7 वर्ष से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी के लिए सख्त शर्तें 41A 35(2) सूचना जारी करना गिरफ्तारी से पूर्व सूचना आवश्यक 41B 36 गिरफ्तारी की प्रक्रिया गिरफ्तारी में पारदर्शिता बढ़ाई गई 41D 39 वकील से मिलने का अधिकार अधिवक्ता की भूमिका क...

राणा सांगा और बाबर का भारत आगमन

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 आज हम सब मीडिया में एक बहुत ज्यादा विवादित बयान पर संसद और बाहर हो रहे हो  हल्ला पर चर्चा करते हैं,जब संसद में सपा सांसद लालजी सुमन ने एक विवादित बयान दिया कि औरंगजेब को मानने वाले देशद्रोही है तो बाबर को बुलाने वाले लोग भी तो गद्दार है ,करनी सेना ने इस बयान को  क्षत्रियों का अपमान बताया ,और करनी सेना के सदस्यों ने रामजीलाल सुमन के आवास के बाहर तोड़फोड़ की ,संसद में राहुल गांधी ने इसे दलितों का अपमान बताया। परंतु जब ज्यादातर आम भारतीय नहीं जानता कि राणा सांगा कौन थे क्या युद्ध किए किसको हराया उनके शरीर को युद्ध करते कितने घाव हुए। इसलिए इन बातों को आम व्यक्ति को बताने के लिए संक्षिप्त जानकारी दे रहा हूं। राणा सांगा और बाबर का भारत आगमन राणा सांगा (संग्राम सिंह) ने वास्तव में बाबर को भारत पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित किया था या नहीं, इस पर इतिहासकारों में मतभेद है। हालांकि, बाबर ने अपनी आत्मकथा "बाबरनामा" में उल्लेख किया है कि भारतीय राजाओं, विशेषकर राणा सांगा और दौलत खां लोदी (पंजाब के सूबेदार), ने उसे दिल्ली पर आक्रमण करने के लिए उकसाया था। लेकिन बाबर उस समय भारत की...

पैनी स्टॉक्स: एक विस्तृत विश्लेषण – निवेशकों के लिए पूरी जानकारी|Penny Stocks: A Detailed Analysis – Complete Information for Investors

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  पैनी स्टॉक्स: एक विस्तृत विश्लेषण – निवेशकों के लिए पूरी जानकारी आज जब हम शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं तो हम मल्टीबैगर  शेयर की तलाश में रहते हैं ,सोचते हैं कि कौन सा शेयर कम समय में हाइट रिटर्न दे सकता है,इसी सोच को आगे ले जाते हैं तो आभास होता है कि यदि वो कंपनियां अभी कैच वर्ष पहले ही सेबी में रजिस्टर हुई है और उनका मुनाफा लगातार हो रहा तो वो निकट भविष्य में कंपनी अपना ग्रोथ करेगी और निवेश में ज्यादा फायदा देगी ,इसी आधार पर हम पैनी स्टॉक को खोजते है यानि जिनका शेयर मूल्य एक रुपया से बीस रुपया तक हो ।चलिए  अब जानने की कोशिश करते हैं कि ये पैनी स्टॉक क्या होते हैं भला जिनमें ज्यादा जोखिम भी है तो ज़्यादा फायदे की उम्मीद भी है। पैनी स्टॉक क्या होता है? पैनी स्टॉक (Penny Stocks) वे शेयर होते हैं जिनकी कीमत बहुत कम होती है, आमतौर पर ₹10 या उससे कम। ये छोटे या उभरते हुए व्यवसायों के शेयर होते हैं जो कम मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Capitalization) के साथ आते हैं। भारत में, बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर ऐसे कई पैनी स्टॉक्स सूचीबद्ध होते हैं। पैनी स्टॉक में निवेश से पह...

Anti-Fraud AI: कैसे यह नई तकनीक ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाती है?

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  शीर्षक: "Anti-Fraud AI: कैसे यह नई तकनीक ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाती है?" भूमिका आज के डिजिटल युग में, ऑनलाइन धोखाधड़ी (Fraud) तेजी से बढ़ रही है। साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं। बैंकिंग फ्रॉड, फिशिंग, क्रेडिट कार्ड स्कैम और पहचान की चोरी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। इन्हीं खतरों से बचाव के लिए Anti-Fraud AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित धोखाधड़ी रोधी तकनीक) विकसित की गई है। Anti-Fraud AI एक अत्याधुनिक तकनीक है जो मशीन लर्निंग (Machine Learning), डेटा एनालिटिक्स (Data Analytics) और व्यवहार विश्लेषण (Behavioral Analysis) का उपयोग करके धोखाधड़ी के पैटर्न को पहचानती है और उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखती है। यह तकनीक बैंकों, ई-कॉमर्स वेबसाइटों, क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफार्मों और अन्य डिजिटल लेन-देन से जुड़े प्लेटफार्मों में बड़े पैमाने पर उपयोग की जा रही है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Anti-Fraud AI क्या है, यह कैसे काम करती है, इसके प्रमुख लाभ क्या हैं, और यह हमें ऑनलाइन धोखाधड़ी से कैसे बचा सकती है। Anti-Fraud AI क्या है? Anti-Fraud AI ए...

घरेलू हिंसा अधिनियम (DV Act), दहेज प्रतिषेध अधिनियम, और भारतीय दंड संहिता की धारा 498A: महिलाओं के कानूनी अधिकार

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 महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए भारतीय कानून में घरेलू हिंसा अधिनियम (DV Act), दहेज प्रतिषेध अधिनियम, और भारतीय दंड संहिता की धारा 498A महत्वपूर्ण प्रावधान हैं। इन कानूनों का उद्देश्य महिलाओं को घरेलू शोषण, हिंसा और दहेज उत्पीड़न से बचाना है। आइए इन तीनों कानूनों को विस्तार से समझते हैं। 1. घरेलू हिंसा अधिनियम, 2005 (DV Act, 2005) 👉 क्या है? यह कानून महिलाओं को शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, आर्थिक और यौन उत्पीड़न से सुरक्षा प्रदान करता है। इसके अंतर्गत यदि किसी महिला को उसके पति या ससुराल पक्ष द्वारा प्रताड़ित किया जाता है, तो वह इस कानून के तहत कानूनी मदद ले सकती है। 👉 महिलाओं को कैसे लाभ मिलता है? घरेलू हिंसा की शिकार महिला पुलिस, मजिस्ट्रेट, या महिला आयोग के पास शिकायत कर सकती है। उसे सुरक्षा, भरण-पोषण (maintenance), आवास, और मुआवजा दिलाया जा सकता है। घरेलू हिंसा से पीड़ित वृद्ध माता-पिता भी इस कानून के तहत सुरक्षा की मांग कर सकते हैं। 👉 पुलिस की भूमिका: पुलिस को तुरंत महिला की शिकायत दर्ज करनी होती है और उसे मजिस्ट्रेट के पास भेजना होता है। यदि ...