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Showing posts from April 11, 2020

CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण

  CRPC बनाम BNSS 2023: जूनियर डिवीजन कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण धाराओं का तुलनात्मक विश्लेषण भूमिका: क्यों जरूरी है BNSS 2023 की समझ? भारत की आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC), जो दशकों से देश की न्याय प्रणाली की रीढ़ थी, को अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 से प्रतिस्थापित किया गया है। इसके साथ ही भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 ने IPC की जगह ली है। जूनियर डिवीजन कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए यह बदलाव विशेष महत्व रखता है , क्योंकि यहाँ पुलिस कार्यवाही, गिरफ्तारी, जमानत, चार्जशीट, समन, और मुकदमे की सुनवाई जैसे मामलों से जुड़ी प्रक्रियाएं अधिक सक्रिय रूप से सामने आती हैं। 1. पुलिस कार्यवाही और गिरफ्तारी से जुड़े प्रावधान पुरानी CrPC धारा BNSS 2023 धारा विषय मुख्य परिवर्तन 41 35 बिना वारंट गिरफ्तारी 7 वर्ष से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी के लिए सख्त शर्तें 41A 35(2) सूचना जारी करना गिरफ्तारी से पूर्व सूचना आवश्यक 41B 36 गिरफ्तारी की प्रक्रिया गिरफ्तारी में पारदर्शिता बढ़ाई गई 41D 39 वकील से मिलने का अधिकार अधिवक्ता की भूमिका क...

NIA का full form क्या है?

NIA का full form क्या है Naitional Investigation Agency  भारत में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए  भारत सरकार द्वारा एक संघीय संस्थान की स्थापना की गई ये एजेंसी राज्यों के बिना अनुमति देश भर में हर राज्य में आतंक संबंधी अपराधों को निपटाने के लिए सशक्त है,इस संस्थान की स्थापना 31 दिसंबर 2008 को संसद द्वारा किये गए कानून "राष्ट्रीय जाँच एजेंसीय 2008" के लागू होने के कारण अस्तित्व में आई।      सन् 2008 में हुई मुम्बई में हुए आतंकवादी हमले के बाद एक केंद्रीय जांच एजेंसी की आवश्यकता महसूस की गई ,और एन आई ए का गठन हुआ NIA के संस्थापक महानिदेशक श्री राधा विनोद राजू थे जो 31 जनवरी 2010 तक सेवा में रहे उनको मार्च 2013 तक मानवाधिकार आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त किया  गया , इस अधिनियम के अंतर्गत नियमों में आतंकवाद से जुड़े अपराधों के ख़िलाफ़ जाँच करने और मुक़दमा चलाने का अधिकार दिया गया,एक राज्य सरकार किसी भी केस की जाँच को NIA के सुपुर्द करने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध कर सकती है, बशर्ते वो अपराध  NIA अधिनियम में वर्णित अपराधों में से एक हो,।   NI...

I B का full form क्या होता है

I B का full form है-- Intelligence BUREAU इंटेलिजेंस ब्यूरो की स्थापना और गठन-- आई बी  देश की अन्य ख़ुफ़िया एजेंसीय और पुलिस को  संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देती है जिससे समय से पूर्व प्रशासन सामान्य जन को अप्रिय घटनाओं से बचाने के लिए आवश्यक कार्यवाही कर सके । भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी की गिनती दुनिया के पुरानी ख़ुफ़िया एजेंसीय में होती है , शुरुआत में इस ख़ुफ़िया एजेंसीय को देश की आंतरिक  और बाह्य ख़ुफ़िया तंत्र के रूप में कार्य करना होता था,IB का गठन 1887 में ब्रिटिश सरकार ने अफगानिस्तान पर तैनात रुसी सैनिकों पर नज़र रखने के लिए किया था,1947 में इसे भारत सरकार ने फिर से संगठित किया।         ये एजेंसीय 1947 से गृह मंत्रालय के अधीन केंद्रीय ख़ुफ़िया ब्यूरो के तौर पर नई भूमिका मिली है 1868  में इसे दो भागों में बाँट दिया गया और आंतरिक सूचना एकत्रण की जम्मेदारी आई बी के पास रह गई। ,इस ख़ुफ़िया ब्यूरो में ज्यादातर पुलिस सेवा (IPS) एवं सेना के कर्मचारियों को  शमिल किया जाता है,ख़ुफ़िया ब्यूरो को डायरेक्टर (DIB) हमेशा भारतीय पुलिस सेवा का एक अधिकारी होता ...