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अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। उनके पिता हरिवंश राय बच्चन प्रसिद्ध हिंदी कवि थे, और उनकी माता तेजी बच्चन एक सामाजिक कार्यकर्ता और थिएटर कलाकार थीं,
अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्चन कायस्थ जाति के हिंदू हैं ,इनका ओरिजिनल जाति नाम हरिवंश राय से श्रीवास्तव था। परंतु उन्होंने अपना उपनाम "बच्चन" रखा क्योंकि वह कवि थे। हरिवंश राय बच्चन अमिताभ का बचपन में नाम इंकलाब रखा, परंतु राष्ट्रकवि सुमित्रानंदन पंत के कहने पर उनका नाम "अमिताभ"रख दिया जिसका अर्थ है "शाश्वत प्रकाश"इस तरह अमिताभ के बाद दूसरे पुत्र का नाम भी समान उच्चारण वाला 'अजिताभ' रखा।अजिताभ बच्चन, अमिताभ बच्चन से 5 साल छोटे हैं। जहां अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को हुआ था वहीं अजिताभ बच्चन का जन्म 18 मई 1947 को हुआ था।
अमिताभ ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद के बॉयज हाईस्कूल से व नैनीताल के शेरवुड कॉलेज से प्राप्त की, जहां वे एक मेधावी छात्र थे। बाद में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से विज्ञान स्नातक की डिग्री हासिल की। बाद में अंग्रेजी साहित्य में MA की डिग्री ली।
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अमिताभ बच्चन |
फिल्म लाइन में प्रवेश से पहले जॉब -:
अमिताभ बच्चन, फिल्मों में आने से पहले कोलकाता में "बर्ड एंड कंपनी" नाम की एक शिपिंग फर्म में काम करते थे। यह एक प्राइवेट जॉब थी, जहाँ वे बतौर एग्जीक्यूटिव कार्यरत थे।
फ़िल्मी करियर की शुरुआत
अमिताभ बच्चन का फ़िल्मी सफर आसान नहीं था। उन्होंने 1969 में फ़िल्म सात हिंदुस्तानी से अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर खास प्रदर्शन नहीं कर पाई। 1971 में आनंद फ़िल्म में राजेश खन्ना के साथ उनकी भूमिका को सराहा गया और उन्हें फ़िल्मफेयर का "बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर" अवॉर्ड मिला। हालांकि, असली सफलता उन्हें 1973 में आई फ़िल्म जंजीर से मिली, जिसने उन्हें 'एंग्री यंग मैन' की छवि दी।जंजीर फिल्म ने उनके जीवन में क्रान्तिक मोड़ दिया ।इसके पहले कई फिल्म में उन्होंने रोल किए परंतु उनकी भूमिका पब्लिक को पसंद नहीं आई और वो फिल्म फ्लॉप रही।गौरतलब ये है कि फ्लॉप फिल्मों में उनकी लंबाई उनकी आवाज़ को कारण बताया गया तो बाद की सभी सफ़ल फिल्मों में उनकी लंबाई और आवाज़ को ही जादू माना गया।आज भी लोग अमिताभ की आवाज़ के कायल हैं।
इसके बाद अमिताभ बच्चन ने एक के बाद एक सुपरहिट फ़िल्में दीं:
1990 के दशक में अमिताभ बच्चन का करियर संघर्षपूर्ण दौर से गुज़रा। ‘अग्निपथ’, ‘हम’, ‘खुदा गवाह’ और ‘बड़े मियां छोटे मियां’ जैसी कुछ हिट फिल्मों के अलावा अधिकतर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमजोर रहीं। इस दौर में उन्होंने ABCL कंपनी भी शुरू की, लेकिन वह आर्थिक रूप से असफल रही। हालांकि, 2000 के दशक में उन्होंने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ और ‘मोहब्बतें’ से जबरदस्त वापसी की।
अमिताभ बच्चन ने सन 2000 के बाद कई महत्वपूर्ण फिल्मों में काम किया है। नीचे उनकी कुछ मुख्य फिल्मों की सूची उनके रिलीज़ वर्ष के साथ दी गई है:
1982 में कुली फ़िल्म की शूटिंग के दौरान एक एक्शन सीन में अभिनेता पुनीत इस्सर का घूंसा अमिताभ के पेट में जोर से लगा, और वो उछल कर मेज के कोने से टकरा गए जिससे उनके आंतरिक अंगों को गंभीर क्षति पहुँची उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, और उनकी स्थिति बेहद नाजुक हो गई। देशभर में उनके लिए दुआएं मांगी गईं, मंदिरों में हवन और उपवास रखे गए। महीनों तक अस्पताल में रहने के बाद वे ठीक हुए, और इस घटना के बाद उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ गई।
1984 में, अपने मित्र राजीव गांधी के आग्रह पर अमिताभ बच्चन ने आठवीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर इलाहाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ा और भारी बहुमत से जीते। उन्होंने प्रतिद्वंदी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा को हराया। लेकिन राजनीति उन्हें रास नहीं आई और तीन साल बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
1990 के दशक के अंत में अमिताभ बच्चन की प्रोडक्शन कंपनी ABCL (अमिताभ बच्चन कॉरपोरेशन लिमिटेड) भारी घाटे में चली गई। उन्हें करोड़ों का कर्ज चुकाना पड़ा, जिससे वे आर्थिक रूप से बुरी तरह प्रभावित हुए। जब आर्थिक रूप से ज्यादा कमजोर हुए तब समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह ने उनकी मदद की।इस कृतज्ञता के फलस्वरूप उनकी पत्नी जयाबच्चन ने सपा की सदस्यता में चुनाव लड़ा।
संकट के समय में, 2000 में उन्होंने टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति (KBC) की मेजबानी शुरू की। यह शो सुपरहिट हुआ और इससे अमिताभ की आर्थिक स्थिति सुधर गई। इसके बाद उन्होंने मोहब्बतें, बागबान, ब्लैक, पा, पीकू, पिंक जैसी हिट फ़िल्में दीं।
पुरस्कार: अमिताभ ने अपने अभिनय का लोहा मनवाया उनको फिल्म करियर में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तीन पुरुस्कार और14 फिल्म फेयर पुरस्कार जीते,उन्होंने पद्म भूषण ,पद्म विभूषण पुरस्कार जीते। मैडम तुसाद संग्रहालय में सन 2000में उनकी मोम की प्रतिकृति लगाई गई पूरे एशिया में उस समय के वह पहले आदमी थे जो मैडम तुसाद संग्रहालय में संगृहीत हुए।
खानपान:अमिताभ बच्चन शुद्ध शाकाहारी है वह नॉनवेज बिल्कुल नहीं खाते,,2012में पेटा नाम संस्था ने उन्हें हॉटेस्ट वेजिटेरियन अवॉर्ड से नवाजा था।
अमिताभ बच्चन ने अब तक 200 से अधिक फ़िल्मों में काम किया है। उनकी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म "गली बॉय" (कैमियो रोल), "ब्रह्मास्त्र", "ठग्स ऑफ हिंदोस्तान", "पीकू" जैसी फ़िल्में रही हैं।
अमिताभ बच्चन ने कई गानों को अपनी आवाज दी है, जिनमें मेरे अंगने में, रंग बरसे, छू कर मेरे मन को और एकला चलो रे जैसे गाने शामिल हैं।
अमिताभ बच्चन की फिल्मों में कई गायकों ने अपनी आवाज़ दी है, जिनमें मोहम्मद रफ़ी, मुकेश, किशोर कुमार, सुरेश वाडकर, मोहम्मद अज़ीज़, उदित नारायण, कुमार सानू और सोनू निगम शामिल हैं। लेकिन अगर हम ऐसी फिल्मों की बात करें जिनमें ये सभी गायक शामिल हों, तो ऐसी फिल्में बहुत कम मिलेंगी।
हालांकि, कुछ प्रमुख फिल्मों में इन गायकों ने अमिताभ के लिए गाने गाए हैं:
इनमें से किसी एक फिल्म में सभी गायक मौजूद नहीं हैं, लेकिन अलग-अलग फिल्मों में इन्होंने अमिताभ बच्चन के लिए गाने गाए हैं।
अमिताभ बच्चन ने अभिनेत्री जया भादुरी (भादुड़ी) से शादी की, जो बंगाली परिवार से हैं। उनके दो बच्चे हैं:
अमिताभ बच्चन और अभिनेत्री रेखा के अफेयर की अफवाहें 1970 और 1980 के दशक में जोरों पर थीं। हालांकि, उन्होंने कभी इस रिश्ते को स्वीकार नहीं किया। कहा जाता है कि सिलसिला उनकी और रेखा की वास्तविक प्रेम कहानी को पर्दे पर दर्शाती है।
आज, अमिताभ बच्चन की कुल संपत्ति 4000 करोड़ रुपये से अधिक मानी जाती है। वे कई ब्रांड्स के ब्रांड एंबेसडर हैं और मुंबई के जुहू इलाके में उनका प्रसिद्ध बंगला जलसा स्थित है।
अमिताभ बच्चन का जीवन संघर्ष, मेहनत, असफलताओं और सफलताओं से भरा रहा है। वे सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं। 80 से अधिक उम्र में भी वे लगातार फ़िल्में और टीवी शो कर रहे हैं। उनका सफर भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम अध्याय का हिस्सा है, और वे सदियों तक याद किए जाएंगे।
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