सिंधु घाटी सभ्यता और वैदिक सभ्यता अंतर
- Get link
- X
- Other Apps
सैन्धव सभ्यता और वैदिक सभ्यता में अंतर:
1)सिंधु घाटी सभ्यता में दुर्ग के अवशेष मीले है जबकि वैदिक सभ्यता के लोंगों के पक्के आवास के सबूत नही हैं वैदिक जन बांस और घासफूस के घरों में रहते थे।
2) वैदिक सभ्यता के लोंगो को लोहे ,सोने चान्दी धातुओं का ज्ञान था जबकि सैन्धव सभ्यता के लोग लोहे से अपरिचित थे।
3)वैदिक सभ्यता के लोग अश्व से परिचित थे परंतु अभी तक ये शोध के आधार पर ज्ञात है कि सैन्धव लोग घोड़े से अपरिचित थे
4) वेदों में व्याघ्र का तथा हांथी का उल्लेख नहीं है जबकि सैन्धव मुद्रा में व्याघ्र और हाँथी के चित्र अंकित हैं।
5)आर्य लोग विभिन्न प्रकार के अस्त्र शस्त्र का प्रयोग करते थे जबकि सिंधु घाटी सभ्यता से अस्त्र शस्त्र के प्रमाण नहीं मिले हैं।
6)आर्य लोग मूर्ति पूजक नही थे आर्य सिर्फ देवताओं का आह्वाहन करते थे न कि कोई मूर्ति बनाकर पूजा करते थे वहीं सैन्धव वासी मूर्ति पूजक थे ।
7) सैन्धव सभ्यता में मातृ देवी की उपासना होती थी जबकि ऋग्वैदिक काल मे मुख्यता पुरुष देवताओं को यज्ञ के समय आह्वान किया जाता था।
8)सैन्धव सभ्यता की मुद्राओं में अंकित लिपि से ज्ञात होता है कि सैन्धव वासी लिखना पढ़ना जानते थे। जबकि ऋग्वैदिक सभ्यता में लिपि का विकास नहीं हुआ था ,गुरु शिष्य परंपरा में विद्यार्थी सूक्त ,श्लोक को रटकर याद करते थे। वैदिक काल मे कोई लिपि का विकास नहीं हुआ था।
- Get link
- X
- Other Apps
Comments
Post a Comment
Please do not enter any spam link in this comment box