शेयर बाजार में ओपन इंटरेस्ट (OI) क्या है? इसे समझें इंट्राडे ट्रेडिंग के संकेतों के साथ

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  – शेयर बाजार में ओपन इंटरेस्ट (OI) क्या है? इसे समझें इंट्राडे ट्रेडिंग के संकेतों के साथ   प्रश्न : क्या ओपन इंटरेस्ट (OI) डेटा से किसी स्टॉक में इंट्राडे खरीदारी का सटीक संकेत उसी दिन सुबह या एक दिन पहले मिल सकता है? उत्तर है : हाँ, लेकिन कुछ शर्तों और विश्लेषण के साथ। 🔍 OI से इंट्राडे में संकेत कैसे मिलते हैं? ओपन इंटरेस्ट का उपयोग इंट्राडे ट्रेडिंग में सपोर्ट-रेजिस्टेंस, ब्रेकआउट, और ट्रेडर सेंटिमेंट को पकड़ने के लिए किया जाता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं: 📈 1. OI और प्राइस मूवमेंट का संयोजन Price OI Interpretation भाव बढ़े बढ़े नया पैसा आ रहा है, ट्रेंड मजबूत Bullish संकेत घटे बढ़े शॉर्ट बिल्ड-अप हो रहा है Bearish संकेत बढ़े घटे शॉर्ट कवरिंग हो रही है Bullish लेकिन अल्पकालिक घटे घटे लॉन्ग अनवाइंडिंग हो रही है Bearish लेकिन अल्पकालिक उदाहरण: अगर किसी स्टॉक में प्री-मार्केट या पहले 15 मिनट में तेजी है और साथ में OI बढ़ रहा है , तो इसका अर्थ है कि ट्रेडर नई लॉन्ग पोजिशन बना रहे हैं – इंट्राडे बाय का संकेत। ⏰ 2. OI का डे...

ITBP का full form क्या है


ITBP  का full form है --Indo Tibbat Border Police
आई टी बी पी ITBP


आई टी बी पी एक सीमा रक्षक बल है यह बल गृहमंत्रालय के अधीन रहकर काम करता है  24 ओक्टूबर 1962 में आई टी बी पी की स्थापना  भारत की चीन से लगी सीमा की रखवाली के लिए किया गया ,1962 में जब भारत चीन संघर्ष शुरू हुआ तब केवल चार सर्विस बटालियन से इसका  प्रारम्भ किया गया ,वर्तमान में आई टी बी पी 49  बटालियन हैं । ये बटालियन में क़रीब अस्सी हजार  जनशक्ति है,लद्दाख काराकोरम  दर्रे से अरुणाचल प्रदेश के दिफू ला तक 34888 किलोमीटर लंबी भारत चीन सीमाओं की रखवाली कर रही हैं,मानव युक्त सीमा चौकियां , 21हजार फिट की ऊंचाई तक स्थित हैं ,आई टी बी पी में अधिकांश कार्मिक पर्वतारोही या माउंटेनियर हैं।
    आई टी बी बी के सैनिको को सामान्यता शून्य से माइनस चालीस डिग्री सेलसियस  तापमान जहां अत्यधिक सर्दी,बर्फीली आँधियाँ आती हैं , पहाड़ों में हिम स्खलन तथा भूस्खलन होते ही रहते हैं ऐसे प्राकृतिक आपदाओं के बीच सीमा की सुरक्षा में तैनात रहना पड़ता है।
       आई टी बी पी  अब हिमाचल प्रदेश,उत्तराखंड ,नार्थ ईस्ट  में 8 क्षेत्रीय बचाव प्रतिक्रिया केंद्र स्थापित किये हैं जिनके माध्यम से इन क्षेत्रों में आपदा के समय बचाव और राहत कार्यों को पूर्ण किया जाता है,प्राकृतिक आपदाओं के समय इस बल को पहाड़ों में बचाव और राहत कार्यों में सिशेषज्ञता प्राप्त है,इस बल ने ही 2013 मे उत्तराखंड में आई भीषण बाढ़ में राहत और बचाव कार्यों में अहम भूमिका निभाई थी,यह बल राहत और बचाव कार्यों के अंतर्गत चिकित्सा,  स्वास्थ्य और स्वच्छता की देखभाल के लिए बड़े कार्यक्रम आयोजित करता है।

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