शेयर बाजार में ओपन इंटरेस्ट (OI) क्या है? इसे समझें इंट्राडे ट्रेडिंग के संकेतों के साथ

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  – शेयर बाजार में ओपन इंटरेस्ट (OI) क्या है? इसे समझें इंट्राडे ट्रेडिंग के संकेतों के साथ   प्रश्न : क्या ओपन इंटरेस्ट (OI) डेटा से किसी स्टॉक में इंट्राडे खरीदारी का सटीक संकेत उसी दिन सुबह या एक दिन पहले मिल सकता है? उत्तर है : हाँ, लेकिन कुछ शर्तों और विश्लेषण के साथ। 🔍 OI से इंट्राडे में संकेत कैसे मिलते हैं? ओपन इंटरेस्ट का उपयोग इंट्राडे ट्रेडिंग में सपोर्ट-रेजिस्टेंस, ब्रेकआउट, और ट्रेडर सेंटिमेंट को पकड़ने के लिए किया जाता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं: 📈 1. OI और प्राइस मूवमेंट का संयोजन Price OI Interpretation भाव बढ़े बढ़े नया पैसा आ रहा है, ट्रेंड मजबूत Bullish संकेत घटे बढ़े शॉर्ट बिल्ड-अप हो रहा है Bearish संकेत बढ़े घटे शॉर्ट कवरिंग हो रही है Bullish लेकिन अल्पकालिक घटे घटे लॉन्ग अनवाइंडिंग हो रही है Bearish लेकिन अल्पकालिक उदाहरण: अगर किसी स्टॉक में प्री-मार्केट या पहले 15 मिनट में तेजी है और साथ में OI बढ़ रहा है , तो इसका अर्थ है कि ट्रेडर नई लॉन्ग पोजिशन बना रहे हैं – इंट्राडे बाय का संकेत। ⏰ 2. OI का डे...

Full form of BSF , BSF का फुल form क्या है

बी एस एफ का फुल फॉर्म है 
बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (Border security force)
 बी एस एफ एक सीमा रक्षा बल है जिसकी स्थापना एक दिसम्बर सन् 1965 में हुई,शांति काल के समय इसका मुख्य कार्य भारत पाकिस्तान सीमा की रखवाली करना, भारत बांग्लादेश की सीमा की रखवाली करना साथ में सीमा पार से होने वाले अपराधिक कार्यों और तस्करी को रोकना है,बी एस एफ गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करता है,सन् 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के समय प्रबंधन में कई कमियां महसूस हुई ,इसके लिए एक एकीकृत सैन्य बल का गठन हुआ इस का नाम बी एस एफ रखा गया इस बी एस एफ में 186 बटालियन हैं और इन बटालियन में कुल ढाई लाख के करीब  जनशक्ति है ,इन बटालियन में कुछ बटालियन सी आर पी एफ के साथ मिलकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात हैं तो  सी आर पी एफ  के साथ जम्मू कश्मीर में तैनात हैं, कोलकाता और गुवाहाटी में इसकी दो बटालियन राष्ट्रीय आपदा कार्यवाही बल यानि NDRF के साथ तैनात हैं।
     शांति काल में बी एस एफ कार्य-----
१-सीमा वर्ती इलाकों में रह रहे लोगों की सुरक्षा की भावना को मजबूत करना।
२-सीमा पार के अपराधों एवं भारत के राज्य क्षेत्र में गैर क़ानूनी आप्रवास की रोकथाम
३-सीमा पार तस्करी को रोकना
४-घुसपैठ में रोकथाम
५-सीमा पार की ख़ुफ़िया सूचनाये एकत्र करना।
   युद्ध के समय बी एस एफ के कार्य--
  बताये गए चिन्हित किये गए क्षेत्र में जमीन में कब्ज़ा करना
२-दुश्मन के केंद्रीय बल के विरुद्ध कार्यवाही
३-सेना द्वारा कब्जा किये गए दुश्मन के इलाके में क़ानून व्यवस्था बनाये रखना।
 ४-युद्ध बन्दियों की रखवाली
५-सीमा वर्ती क्षेत्रों में सेना का मार्गदर्शन करना
शरणार्थियों के  नियंत्रण में सहायता करना।
६-ख़ुफ़िया जानकारी एकत्र करना
७-सीमा की लगातार निगरानी करते रहना

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