शेयर बाजार में ओपन इंटरेस्ट (OI) क्या है? इसे समझें इंट्राडे ट्रेडिंग के संकेतों के साथ
–शेयर बाजार में ओपन इंटरेस्ट (OI) क्या है? इसे समझें इंट्राडे ट्रेडिंग के संकेतों के साथ
प्रश्न:क्या ओपन इंटरेस्ट (OI) डेटा से किसी स्टॉक में इंट्राडे खरीदारी का सटीक संकेत उसी दिन सुबह या एक दिन पहले मिल सकता है?
उत्तर है: हाँ, लेकिन कुछ शर्तों और विश्लेषण के साथ।
🔍 OI से इंट्राडे में संकेत कैसे मिलते हैं?
ओपन इंटरेस्ट का उपयोग इंट्राडे ट्रेडिंग में सपोर्ट-रेजिस्टेंस, ब्रेकआउट, और ट्रेडर सेंटिमेंट को पकड़ने के लिए किया जाता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:
📈 1. OI और प्राइस मूवमेंट का संयोजन
Price | OI | Interpretation | भाव |
---|---|---|---|
बढ़े | बढ़े | नया पैसा आ रहा है, ट्रेंड मजबूत | Bullish संकेत |
घटे | बढ़े | शॉर्ट बिल्ड-अप हो रहा है | Bearish संकेत |
बढ़े | घटे | शॉर्ट कवरिंग हो रही है | Bullish लेकिन अल्पकालिक |
घटे | घटे | लॉन्ग अनवाइंडिंग हो रही है | Bearish लेकिन अल्पकालिक |
उदाहरण: अगर किसी स्टॉक में प्री-मार्केट या पहले 15 मिनट में तेजी है और साथ में OI बढ़ रहा है, तो इसका अर्थ है कि ट्रेडर नई लॉन्ग पोजिशन बना रहे हैं – इंट्राडे बाय का संकेत।
⏰ 2. OI का डेटा कब देखें?
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एक दिन पहले का EOD डेटा (Evening तक का):
यह आपको यह बताएगा कि किस स्टॉक में तेजी से OI बढ़ रहा है या घट रहा है। यह डेटा अगले दिन की रणनीति बनाने के लिए उपयोगी है। -
Live OI डेटा (Intraday):
कई ब्रोकरेज जैसे Zerodha (Kite), Sensibull, NiftyTrader, सुबह 9:15 के बाद लाइव OI देते हैं।
इसे Price Action के साथ मिलाकर देखें।
📊 3. Call-Put OI से Support-Resistance जानें (Options Data से)
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अगर किसी Strike Price पर Put OI ज्यादा है – वह Support Zone हो सकता है।
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अगर किसी Strike Price पर Call OI ज्यादा है – वह Resistance Zone हो सकता है।
👉 ये लेवल्स इंट्राडे में ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद करते हैं (जैसे: ब्रेकआउट, रिवर्सल आदि)।
🛠 4. Practical टूल्स (Live में कहां देखें)
प्लेटफॉर्म | क्या मिलेगा |
---|---|
NSE Website | ऑप्शन चेन, कुल OI |
Sensibull | Live OI buildup, heatmaps |
NiftyTrader | OI charts, Max Pain |
Zerodha Kite | Live Option Chain (with OI) |
Upstox / Angel One | OI and IV comparison tools |
📌 5. एक इंट्राडे OI स्ट्रैटेजी (Live मार्केट के लिए)
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सुबह 9:15 से 9:30 के बीच 5 मिनट की कैंडल में तेजी के साथ वॉल्यूम और OI बढ़े।
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ऑप्शन चेन में देखें कि कॉल/पुट के OI में भारी बदलाव हो रहा है या नहीं।
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देखें कि वॉल्यूम और OI दोनों ऊपर जा रहे हैं या नहीं।
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टॉप गेनर्स में जो स्टॉक दिख रहे हैं, उनमें OI देखना शुरू करें।
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स्टॉप लॉस: प्रीवियस डे हाई/लो या VWAP के नीचे रखें।
🧠 निष्कर्ष: क्या OI से इंट्राडे ट्रेड करना संभव है?
✅ हाँ, अगर:
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आप OI को प्राइस एक्शन और वॉल्यूम के साथ मिलाकर पढ़ते हैं।
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आप Live डेटा और स्ट्राइक-लेवल पर गतिविधि को समझते हैं।
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आप सपोर्ट-रेजिस्टेंस को OI के आधार पर पहचानते हैं।
❌ नहीं, अगर:
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आप केवल OI देखकर ट्रेड ले रहे हैं और बाकी टेक्निकल फैक्टर्स को नजरअंदाज़ कर रहे हैं।
📥 आप क्या कर सकते हैं?
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हर शाम टॉप 5 स्टॉक्स की OI चेक करें जिनमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी या गिरावट आई।
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उन्हें वॉचलिस्ट में डालें और अगले दिन 9:15–9:30 पर उनके प्राइस मूवमेंट, OI, वॉल्यूम को देखें।
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Best confirmation: Price ↑ + Volume ↑ + OI ↑ = Intraday Long Trade
पढ़ें:इंट्राडे ट्रेडिंग में अगले दिन किन शेयरों में उछाल आएगा कैसे पता करें
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